ब्रेथवेट के चमत्कार से वेस्टइंडीज बना टी-20 चैंपियन
एजेन्सी/छह गेंदें 19 रन का लक्ष्य, यह सोचना बेमानी था वेस्टइंडीज हारी हुई बाजी को इंग्लैंड के जबड़े से निकाल लेगा, लेकिन असंभव को हरफनमौला कार्लोस ब्रेथवेट ने संभव कर दिखाया। ब्रेथवेट ने डेथ ओवरों में इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे बेन स्टोक्स पर एक के बाद एक चार छक्के जड़े और वेस्टइंडीज ने ईडन गार्डन पर नया इतिहास रच दिया।
वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड को जीत लिया। फिर क्या था ईडन गार्डन पर चैंपियंस डांस का जो जश्न शुरू हुआ उसकी यादें लंबे समय तक दिमाग में तरो-ताजा रहने वाली हैं। पहले वेस्टइंडीज की महिलाएं टी- 20 की क्वीन बनीं और उसके बाद पुरुष टीम फटाफट संस्करण की किंग बन गई।
मारलन सैमुअल्स लंबे समय से क्रीज पर थे और वेस्टइंडीज को 12 गेंदों में 27 रन की जरूरत थी। ईडन गार्डन भी यह मान चुका था कि बाजी वेस्टइंडीज के हाथ से निकल चुकी है। फिर क्रिस जार्डन ने जब 19वें ओवर में सिर्फ छह रन दिए तो वेस्टइंडीज के समक्ष अंतिम ओवर में 19 रन का लक्ष्य आया। जिसे ब्रेथवेट के चमत्कार से हासिल किया जा सका।
वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने जब इंग्लैंड को 155 रन पर रोका। तब भी यही लगा कि वेस्टइंडीज इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा। आखिर उसके पास क्रिस गेल, मारलन सैमुअल्स, ड्वेन ब्रावो, आंद्रे रसेल जैसे पुरोधा जो हैं, पर कहा जाता है कि अगर दिन न हो तो बड़े से बड़े पुरोधा भी धरे रह जाते हैं। ठीक यही हुआ।
इओन मॉर्गन ने ऐसा दांव खेला जिसकी कल्पना भी वेस्टइंडीज की ओपनिंग जोड़ी गेल और जॉनसन चार्ल्स ने नहीं की होगी। यह ऐसा दांव था जिसने 1992 के वर्ल्ड कप में मार्टिन क्रो की कप्तानी की याद दिला दी।
मॉर्गन के पास आदिल रशीद और मोइन अली जैसे स्पिनर थे, लेकिन उन्होंने डेविड विली के ओवर के बाद पारी का दूसरा ओवर अपने सबसे सफल बल्लेबाज जो रूट को थमा दिया। चार्ल्स को लगा उनके हाथ लड्डू लग गया है।
रूट को कमतर आंकने की उन्होंने भूल की और पहली गेंद पर छक्का जड़ने का प्रयास किया जो कैच में बदल गया। ओवर की तीसरी गेंद पर गेल ने भी यही गलती और वह भी स्टोक्स के हाथों लपके गए। 11 रन पर तीन विकेट गिर गए थे लेकिन सैमुअल्स ने एक छोर से मोर्चा संभाल लिया।
तीन विकेट पर 37 रन के योग पर सैमुअल्स भी आउट करार दिए गए, लेकिन उनका कैच विकेट कीपर बटलर ने जमीन से लगने के बाद उठाया था। उन्हें वापस बुला लिया गया। अंत में वह 66 गेंदों में 85 रन पर नाबाद लौटे।
ईडन गार्डन पर रविवार को वेस्टइंडीज का हर दांव सही पड़ रहा था। पहले महिलाएं वर्ल्ड चैंपियन बनीं. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में डैरन सैमी ने इस टूर्नामेंट लगातार छठी बार टॉस जीता। हमेशा की तरह यहां उन्होंने क्षेत्ररक्षण को चुना।
कहानी यहीं खत्म नहीं होती है। लेग स्पिनर सैमुअल बद्री की पॉवर प्ले में काट अब तक इस टूर्नामेंट में कोई नहीं ढूंढ पाया है। यहां भी यह स्पिनर इंग्लैंड के लिए काल बन गया। न्यूजीलैंड के विजय रथ को सेमीफाइनल में अपनी धमाकेदार पारी से बांधने वाले जेसन रॉय को बद्री ने मैच की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड कर दिया।
अगले ही ओवर में आंद्रे रसेल ने एलेक्स हेल्स को आउट किया। कप्तान इयोन मोर्गन फिर नहीं चले यहां भी बद्री ने वेस्टइंडीज का काम बनाया। ओवर 4.2 थे और इंग्लैंड का स्कोर 23 रन पर तीन विकेट था। यह तो भला हो जो रूट का जिनका बल्ला पूरे टूर्नामेंट की तरह यहां भी चला।
बटलर के साथ उन्होंने 40 गेंदों में 61 रन जोड़कर इंग्लैंड को उबारा। 14वें ओवर में ब्रावो ने बेन स्टोक्स और मोइन अली को चलता किया। अगले ओवर में रूट भी 37 गेंदों में 54 रन बनाकर ब्रेथवेट का शिकार बने। हालांकि बाद मेंडेविड विली ने ब्रावो पर दो छक्के जड़कर इंग्लैड के स्कोर को नौ विकेट पर 155 रन पर पहुंचाने में मदद की।कहावत है बहादुरों का किस्मत भी साथ देती है। टी-20 वर्ल्ड कप में डैरेन सैमी पर यह बात पूूरी तरह फिट बैठती है। सैमी ने इस टूर्नामेंट में खेले गए सभी मैचों में टॉस जीता। हमेशा उन्होंने बाद में ही खेलना पसंद किया जिसमें उन्हें पांचों मुकाबलों में सफलता मिली, सिर्फ अफगानिस्तान के खिलाफ सैमी के हिस्से में हार आई।
कुछ ने बांधी काली पट्टी कुछ ने की अनदेखी
पुल दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की टीमों से काली पट्टियां बांधकर कर खेलने की अपील की थी। क्रिस गेल, दिनेश रामदीन, मार्लोन सैमुअल्स, डैरन सैमी, आंद्रे रसेल समेत कुछ खिलाड़ियों काली पट्टियां बांधी।
रंगारंग समारोह की अवधि की गई कम
पुल हादसे के चलते फाइनल के दिन रंगारंग समारोह कराए जाने की जमकर आलोचना की जा रही थी। आईसीसी से इस समारोह को रद्द करने के लिए कहा। समारोह रद्द तो नहीं हुआ लेकिन इसकी अवधि कम कर दी गई। साथ ही जगमोहन डालमिया पर डॉक्यूमेंटरी भी नहीं दिखाई गई। पुरुषों के फाइनल से पहले तनुश्री शंकर के डांस ग्रुप और तबलावादक विक्रम घोष की जुगलबंदी पेश की गई।
फाइनल बेमजा नहीं होने दिया ईडन ने
फाइनल के सभी टिकट भारत के सेमीफाइनल से पहले ही बिक गए थे, लेकिन इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि पुल हादसे के चलते कोलकाता वासी कहीं इससे दूरी न बना लें। हालांकि ऐसा नहीं हुआ फाइनल के दौरान पूरा स्टेडियम खचाखच भरा रहा।
मैन ऑफ द टूर्नामेंट : विराट कोहली
वहीं टी-20 वर्ल्ड कप के मैन ऑफ द टूर्नामेंट टीम इंडिया के विराट कोहली रहे। विराट कोहली ने पांच मैच खेल सर्वाधिक 273 रन बनाए।