रोहित और धोनी टीम में इसलिए कामयाब कप्तान हैं विराट : गौतम गंभीर
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अहमदाबाद : इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का रेकॉर्ड लगातार शानदार रहा है। पूर्व क्रिकेटर और अब सांसद बने गौतम गंभीर इसके पीछे सबसे बड़ी वजह दो खिलाडिय़ों को मानते हैं। गंभीर के मुताबिक, विराट कोहली के पास टीम में रोहित शर्मा और एमएस धोनी के रूप में दो कप्तान मौजूद रहे हैं, जिससे उन्हें कप्तानी में मदद मिलती है। एमएस धोनी भारत के महानतम कप्तानों में शुमार हैं, जिन्होंने भारत को दो बार (टी20 और वनडे) विश्व चैंपियन बनाया है, जबकि रोहित शर्मा आईपीएल फ्रैंचाइजियों में सबसे सफल कप्तान हैं। अपनी कप्तानी में उन्होंने मुंबई को सबसे ज्यादा 4 बार खिताब दिलाया है। यहां यूनिवर्सिटी छात्रों को संबोधित करने आए गौतम गंभीर ने इस कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, उन्हें (विराट) अभी काफी लंबा समय तय करना है।
पिछले वर्ल्ड कप (इंग्लैंड) में विराट कोहली शानदार रहे। वह इंटरनैशनल क्रिकेट में इसलिए शानदार कप्तानी करते हैं क्योंकि उनके पास रोहित शर्मा हैं और काफी लंबे समय से उनके पास एमएस धोनी का मार्गदर्शन रहा है। गौतम गंभीर ने कहा, एक कप्तानी की कप्तानी तब टेस्ट होती है, जब उसके पास प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों के रूप में ज्यादा खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होते। जब आप किसी फ्रैंचाइजी टीम की कप्तानी कर रहे होते हैं और वहां आपके पास ऐसे खिलाड़ी न हों, जो आपको मदद कर सकें। तब कप्तानी का टेस्ट होता है। आप विराट कोहली का आईपीएल में कप्तानी का रेकॉर्ड पर नजर देख सकते हैं। अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइटर राइडर्स को दो बार आईपीएल खिताब दिलाने वाले गंभीर ने कहा, जब भी मुझे इस बोलने के लिए कहा गया है तो मैंने हमेशा ही ईमानदारी से अपनी बात रखी है। आप रोहित शर्मा को देखिए, जिन्होंने मुंबई के लिए बहुत कुछ अचीव किया है।
चैन्नै सुपरकिंग्स (ष्टस््य) के जो महेंद्र सिंह धोनी ने अचीव किया उसे देखिए। इसकी तुलना आप आरसीबी के साथ करेंगे, तो आप देख सकते हैं कि रिजल्ट क्या कह रहे हैं। इस मौके पर गौतम गंभीर ने टेस्ट में रोहित शर्मा को ओपनिंग पर मौका देने को सपॉर्ट किया। गंभीर ने कहा सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा को टेस्ट में मौका दिया ही जाना चाहिए वह बेंच पर बैठे रहने वाले खिलाड़ी नहीं प्लेइंग ङ्गढ्ढ में खेलने वाले खिलाड़ी हैं। गंभीर ने कहा, केएल राहुल को लंबे समय तक मौके मिल चुके हैं। अब यह रोहित शर्मा का मौका होना चाहिए कि टेस्ट पारी की शुरुआत करें। अगर रोहित को आप टीम में चुनते हैं, तो वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होने ही चाहिए। अगर वह आपके प्लेइंग ङ्गढ्ढ में फिट नहीं बैठते, तो 15 या 16 सदस्यीय टीम में उन्हें चुने जाने का कोई मतलब ही नहीं है।