उत्तर प्रदेशराज्य

अक्रूर महाराज की मनाई जयन्ती…

हाथरस(एजेंसी)। युवा वैश्य एकता परिषद व वार्ष्णेय युवा शक्ति द्वारा अक्रूर महाराज की जयन्ती फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट सतीश चन्द्र वार्ष्णेय की अध्यक्षता व शहर कांग्रेस अध्यक्ष चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के संचालन में आगरा रोड स्थित राधा कृष्ण कृपा भवन में मनायी गयी। इस अवसर पर अक्रूर जी के छविचित्र पर माल्यार्पण युवा सभा के अध्यक्ष विशाल वार्ष्णेय व युवा शक्ति के अध्यक्ष राजीव वार्ष्णेय राज ने किया। चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने अक्रूर जी की वन्दना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

रामखिलौनी वार्ष्णेय व चुन्नीलाल वार्ष्णेय ने अक्रूर जी की महिमा का वर्णन करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का समाज से आव्हान किया। एकता परिषद के मण्डल प्रभारी विवेक वार्ष्णेय व ललतेश गुप्ता ने समाज की एकजुटता व अखण्डता पर जोर दिया। राकेश वार्ष्णेय सहपऊ वाले व प्रफुल्ल वार्ष्णेय ने आगे ऐसे ही कार्यक्रम करने व कराये जाने की बात कही। आशु कवित अनिल बौहरे ने काव्य पाठ किया। आभार डा. रमन गुप्ता ने प्रकट किया। कार्यक्रम में स्वतंत्र वार्ष्णेय, गिर्राज किशोर गुप्ता, सुरेशचन्द्र गुप्ता, गुड्डू लाला, दिनेश वार्ष्णेय, ऋषि वार्ष्णेय, स्वदेश वार्ष्णेय, ध्रुव वार्ष्णेय, विवेक वार्ष्णेय एड., मनीष वार्ष्णेय, रवि वार्ष्णेय, नितिन वार्ष्णेय, अतिन वार्ष्णेय, लक्ष्य वार्ष्णेय, मानसी वार्ष्णेय आदि मौजूद थे।

अक्रूर जी का मनाया जन्मोत्सव

वार्ष्णेय समाज द्वारा संचालित मंदिर श्री गोविन्द भगवान प्रबंध समिति घण्टाघर व वार्ष्णेय समाज के प्रबुद्ध व वरिष्ठ लोगों द्वारा आज श्री अक्रूर जी का जन्मोत्सव मंदिर प्रांगण व श्री अक्रूर इण्टर कालेज प्रांगण में बडे ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री अक्रूर जी महाराज को माल्यार्पण कर पूजा व आरती की गई तथा प्रसाद वितरित किया गया। वक्ताओं ने इस अवसर पर कहा कि श्री अक्रूर जी महाराज सत्यवादी, धार्मिक, न्यायप्रिय, महादानी व आध्यात्मिक विचारों वाले महापुरूष थे।

भगवान कृष्ण ने उन्हें अपने आलौकिक रूप का दर्शन कराया था। जब वे कृष्ण बलराम को मथुरा कंस के पास ले जा रहे थे तो आज उसी स्थान पर वार्ष्णेय समाज का पवित्र धार्मिक स्थल श्री अक्रूर धाम मथुरा वृन्दावन के मध्य विख्यात है। हम सभी को श्री अक्रूर जी के पदचिन्हों पर चलकर मानव सेवा का उदाहरण पेश करना चाहिये।  कार्यक्रम में मंदिर अध्यक्ष संजीव वार्ष्णेय, अनूप वार्ष्णेय, शैलेन्द्र सर्राफ, गुड्डू कैमिस्ट, बसंतलाल वार्ष्णेय, मनोज वार्ष्णेय, दाऊदयाल गुप्ता, कमलकांत दोबरावाल, बौबी वार्ष्णेय, ब्रजेश वार्ष्णेय, निर्मल वार्ष्णेय, राजेश गुप्ता, बांकेबिहारी, कृष्णा टी स्टॉल वाले, प्रदीप गुप्ता, संजीव गुप्ता मौजूद थे।

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