उत्तर प्रदेश

अखिलेश के बर्ताव से शहीद के परिजन नाराज, सपा समर्थकों की नारेबाजी से आक्रोश

शहीद आयुष के परिजनों को ढांढस बधाने पहुंचे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बर्ताव शहीद के परिजनों को नहीं भाया। इसकी वजह बड़ी गंभीर है। कानपुर के डिफेंस कालोनी स्थित आयुष के घर में जाने के दौरान अखिलेश समर्थक सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ाकर जबरन घर में घुस आये थे। घर में अखिलेश को पहले नीचे कमरे में बैठाया गया, लेकिन वह इंतजार न कर सके।

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परिजनों ने अखिलेश को बताया कि सैन्य अफसर (एक कर्नल) परिजनों से अभी कुछ आवश्यक बात कर रहे हैं। कुछ समय इंतजार कर लें लेकिन अखिलेश यह बोलकर पहले फ्लोर में स्थित कमरे (जहां परिजन बैठे थे) में जा धमके और कहा कि ‘क्या अफसर मुझसे बढ़कर हैं?’ पूर्व सीएम का यह रवैया और बर्ताव शहीद के परिजनों को नागवार गुजरा । चर्चा रही कि जब अखिलेश पहुंचे थे, तब ही परिजन नहीं चाहते थे कि वह यहां उनसे मिलने आएं। इसके बाद शहीद कैप्टन के घर पर ही अखिलेश के समर्थकों ने ‘अखिलेश यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे, उनके समर्थकों को ये तक ख्याल नहीं था कि वह शहीद के घर उनके परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे हैं न कि किसी जनसभा को संबोधित करने।

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अखिलेश के साथ आई सपाईयों की भीड़ और सपा के समर्थन में नारेबाजी वहां पर मौजूद शहीद के परिजनों, रिश्तेदारों और मोहल्लेवालों को बिल्कुल भी नहीं भाई। इस दौरान कुछ लोगों ने दबी जुबान से कहा कि ‘रस्सी जल गई है, पर बल नहीं गया’। इस दौरान गुस्साये कुछ लोगों ने नारेबाजी कर रहे एक सपा समर्थक को पीट भी दिया। वहीं, गेट पर विधायक सोहेल अंसारी भी अंदर पहुंचने की जद्दोजहद करते रहे। उन्हें नीचे ही रोक दिया गया।

 

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