ज्ञान भंडार

अपने नाम के अक्षर में परिवर्तन करके, चमका सकते है अपना सोया हुआ भाग्य…

कई बार व्यक्ति जीवन में सफलता पाने के लिए अनेक प्रयास करता रहता हैं, कभी कभी भाग्य का साथ मिल जाता हैं तो कभी निराशा ही हाथ लगती, और निराश होने पर एक ही शब्द मुख से निकलता हैं की मेरा भाग्य मुझसे रूठ गया है । अंक ज्योतिष के अनुसार अगर किसी का भाग्य रूठ गया हो जिस कारण जीवन में सफलता की गाड़ी रूक गई हो तो, अपने नाम के इस अक्षर को बदल कर अपने भाग्य को भी बदल सकते हो । मनुष्य के जन्म राशि, जन्म लग्न एवं अंक ज्योतिष का मूल आधार मूलांक व भाग्यांक तो जन्म की तारीख से बनते हैं जिसको बदला नहीं जा सकता । लेकिन नाम में परिवर्तन करके आप अपने जीवन की रूपरेखा में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन अवश्य ला सकते हैं।

अगर कोई अपना मूलांक और भाग्यांक जानना चाहते हो तो इसकी बहुत ही सरल विधि यह है कि जन्म तारीख का योग करें वह आपका मूलांक और जन्म तारीख, माह और सन् के अंक का योग भाग्यांक कहलाता है । जैसे 3, 12, 21, 30 जन्म तारीख वाले का मूलांक 3 होगा और 18-01-1926 जन्म तारीख वाले का भाग्यांक 1 होगा । इसमे जन्म तारीख माह और सन् का योग करने से 28 अंक आया । इस का योग 2+8 = 10, यानि मूलांक 1 । अधिकतर जीवन के मूलांक और भाग्यांक वाले माह, तारीख तथा सन लाभकारी ही रहते हैं ।

जिस प्रकार अगर किसी राशि के हिसाब से भी योगकारी ग्रह का अंक, मूलांक या भाग्यांक से मेल खाता है तो वह अंक बहुत लाभकारी होता हैं । इसी के साथ यदि व्यक्ति के नाम का अंक भी भाग्यांक या मूलांक से मेल खावे तो वह व्यक्ति जीवन में बहुत उन्नति करता है । नाम भी भाग्यांक के अनुसार रखें तो वह लाभकारी सिद्ध होगा । जो लोग जीवन में झंझावातों से जूझते देखे गये, उनमें प्रायः यह पाया गया कि उनके इन तीनों अंकों में तालमेल नहीं था ।

इसलिए अगर नाम भाग्यांक या मुलांक के अनुसार भाग्य साथ नहीं दे रहा हो तो ऐसे लोग अपने नाम का पहला या तीसरा शब्द बदल सकते हैं जिससे रूठे हुए भाग्य का साथ मिलने लगेगा और जीवन में चारों से सफलता मिलना शुरू हो जायेगी । यदि मूलांक, भाग्यांक और नामांक में तालमेल न हो तो हम नामांक बदल सकते हैं, क्योंकि जन्मांक और भाग्यांक तो जन्म लेते ही निश्चित हो जाते हैं। ये भगवान के दिये होते हैं । केवल नाम ही है, जिसे मनुष्य देता है- उसे बदला जा सकता है- यदि आवश्यक हो तो अपना नाम बदलें और उसका लाभ उठायें ।

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