अपने शरीर की भी सुनिये
भागती दौड़ती ज़िन्दगी में हमारे पास अपने लिए वक्त भी नहीं होता। इस चक्कर में हम अपने शरीर को इतना नेगलेक्ट करते हैं कि इसका नतीजा डाइबिटीज,हार्ट प्रॉब्लम और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से दो चार होकर भुगतना पड़ता है. कई बार हम अपने शरीर की नहीं सुनते और जब सुनते हैं तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
अपने शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान दीजिये और रेगुलर बेसिस पर अपना मेडिकल चेकउप जरूर करवाइये। कुछ टेस्ट जो आपको महीने में एक बार कराने चाहिए उनके बारे में हम आपको बता रहे हैं। आजकल ब्लड प्रेशर से हर तीसरा इंसान पीड़ित है. बालोद प्रेशर में बदलाव काफी घातक साबित होता है. आप अपने ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जांच कराते रहें, क्योंकि यह आपकी हेल्थ को बहुत प्रभावित करता है. हाई ब्लड प्रेशर रहने पर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के चांस बढ़ जाते हैं.
ऐसे में अपना बीपी रेग्युलर तौर पर चैक कराते रहें. एकदम से वेट लॉस या वैट गेन दोनों ही खतरनाक है. वजन ज्यादा बढ़ गया है तो यह दिल, लीवर और किडनी की बीमारी का संकेत है वेट लॉस इंफेक्शन या कैंसर जैसी न\बीमारियों को इंगित करता है .इसलिए अपने वजन को महीने में एक बार जरूर चेक कीजिये। यूरिन टेस्ट अमूमन शूगर का पता लगाने के लिए कराया जाता है लेकिन यूरिन इन्फेक्शन ,यूरिन में बदबू आना, यूरिन के वक्त तकलीफ जैसे सिम्पटम्स किसी बड़ी बीमारी की तरफ इशारा भी करते हैं .यूरिन टेस्ट भी एक महीने में एक बार जरूर कराएं तो बेहतर रहेगा। हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉक, हार्ट का तेज धड़काना आदि का पता लगाने के लिए ईसीजी कराया जाता है.अगर आपकी उम्र 45 पार है तो रेगुलर बेसिस पर यह टेस्ट करवाते रहिये। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल लेवल,एक्स रे जैसी जाँच भी करवानी चाहिए।