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अफगानिस्तान में चुनाव के दौरान धमाकों में 32 की मौत

काबुल : अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दिन हुए विस्फोटों में कम से कम 32 लोगों की जान चली गयी और 113 लोग घायल हो गए। पझवोक न्यूज के अनुसार अफगानिस्तान में शनिवार को 64 विफोटक हमले में हुए जिसकी जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन तालिबान ने ली है। इस दौरान कुल 95 लाख लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने इससे पहले देश भर में 314 हमले करने का दावा किया जिनमें कम से कम 159 सैनिक और पुलिसकर्मी मारे गये तथा 93 अन्य घायल हो गये। सरकारी सूत्रों से हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। उसने बताया कि राजधानी काबुल के अलावा कुनार, पक्तिया, परवान, मैदान वर्दक, गजनी, लगमन, पक्तिका, खोस्त, लोगर, बल्ख, कपिसा, जवजान, बामयान, नांगरहार, बदख्शां, कुन्दुज, ताखर, नूरिस्तान, हेलमंद, हेरात, कंधार, फराह, बदगीस, फरयाब, दाइकुंडी, जाबुल और निमरोज में हमले किये गये। प्रवक्ता ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान हमले जारी रखने की बात भी कही। काबुल में सुरक्षा बेहद कड़ी है, सड़कों पर सुरक्षा बल तैनात हैं, ट्रकों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध है ताकि किसी भी तरीके से आत्मघाती हमलावरों को रोका जा सके। दो महीने के चुनावी कार्यक्रम के दौरान कई हमले करने वाले तालिबान का दावा है कि उसने इस ‘फर्जी चुनाव के खिलाफ सैकड़ों हमले किए हैं। रक्षा मंत्री असदुल्ला खालिद ने बताया कि दुश्मनों ने देश भर में चुनाव के खिलाफ 68 हमले किए हैं। लेकिन सुरक्षा बलों ने ज्यादातर को विफल कर दिया। पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार अभी तक मरने और घायल होने वालों की संख्या काफी कम है।

काबुल हाई स्कूल में वोट डालने के बाद गनी ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा एक ऐसा नेता खोजना है जिसके पास युद्ध से जर्जर देश में शांति लाने का जनादेश हो। दूसरी बार राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल गनी का कहना है कि शांति के लिए हमारा खाका तैयार है और मैं चाहता हूं कि जनता हमें शांति लाने की अनुमति और आदेश दे।अफगानिस्तान में करीब 96 लाख पंजीकृत मतदाता हैं, लेकिन कई लोगों ने 18 साल तक चले युद्ध के बाद किसी भी सरकार के यहां हालात बेहतर कर पाने की उम्मीद खो दी है। चुनाव नतीजे 19 अक्टूबर तक आने की संभावना है। जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने होंगे। ऐसा ना होने पर शीर्ष के दो स्थानों पर रहने वाले उम्मीदवारों के बीच नवम्बर में फिर मतदान कराया जाएगा।

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