स्वास्थ्य

अब डायबिटीज़ की दवाओं से ही रोक सकेंगे पैंक्रीएटिक कैंसर

pills-drugs-medicine_650x488_81453105433न्यूयॉर्क: पैंक्रीअस (अग्नाशय) शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है। इसे पाचन-ग्रंथि भी कहा जाता है। यह शरीर में हार्मोन बनाता है और एंजाइम पाचन में मदद करते हैं। पैंक्रीअस कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट तोड़ने में मदद करता है। यह व्यक्ति के शरीर में बायीं ओर पेट के पीछे होता है। पैंक्रीअस कैंसर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है, क्योंकि शुरुआत में इस कैंसर के लक्षणों से इसकी पहचान करनी मुश्किल होती है और बाद में इसके लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। लेकिन पैंक्रीएटिक  कैंसर से जूझ रहे लोगों के लिए अब एक खुशखबरी है। हाल ही में किए गए शोध से पता लगा है कि डायबिटीज़ रोकने की एक साधारण दवा ‘मेटफॉर्मिन’ अग्नाश्य (पैंक्रीअस) के कैंसर को बढ़ने से रोकने में मददगार है। अध्ययन के मुताबिक, मेटफॉर्मिन लेने वाले डायबिटीज़ के मरीजों को अग्नाशय का कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है, जबकि अग्नाशय (पैंक्रीअस) के कैंसर से पीड़ित व्यक्ति द्वारा मेटमॉर्फिन लेने से मौत का जोखिम कम हो जाता है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि टाइप टू डायबिटीज़ की बीमारी में इस्तेमाल की जाने वाली आम दवा मेटफॉर्मिन अग्नाशय (पैंक्रीअस) कैंसर में सूजन और फाइब्रोसिस (अंग में रेशेदार टिशू के ज़्यादा विकास) को रोकता है। 

अध्ययन के मुताबिक, ज़्यादा वज़न और मोटापे से पीड़ित लोगों में लाभकारी प्रभाव अधिक होता है। अमेरिका के मेसाचुसेट्स में हावर्ड मेडिकल स्कूल में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के सहायक प्रोफेसर और अध्ययन के मुख्य लेखक दाई फुकुमुरा ने कहा, “हमने पाया कि मेटफॉर्मिन डेस्मोप्लासिया से संबंधित इम्यून सेल्स को खत्म करता है, जो अग्नाशय के कैंसर का प्रमुख लक्षण है।”

यह अध्ययन पत्रिका ‘पीएलओएस वन’ में प्रकाशित हुआ है।

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