पब्लिक सेक्टर के बैंक पीएनबी ने राजधानी दिल्ली में तीन ऐसी प्रॉपर्टीज की पहचान की है जिनके जरिए वह 1,800 से 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश करेगा। पीएनबी ने कहा कि वह 13,200 करोड़ रुपये के फ्रॉड को झेलने के लिए वित्तीय रूप से तैयार है। घोटाले से उबरने के लिए पंजाब नैशनल बैंक अपनी हेरिटेज प्रॉपर्टीज बेचना नहीं चाहता।
दिल्ली की प्रॉपर्टीज की वैल्युएशन अभी तुरंत नहीं की जा सकती लेकिन भीकाजी काम प्लेस में संपत्ति से पीएनबी काफी फंड जुटा सकता है। पीएनबी अपने पुराने हेडक्वॉर्टर को बेचने की योजना नीरव मोदी फ्रॉड के सामने आने के काफी पहले से बना रहा था। बैंक द्वारका में अपने नए ऑफिस में काफी पहले शिफ्ट कर चुका है।
सूत्रों ने बताया कि नॉन-कोर एसेट्स (फायदे वाला रियल एस्टेट शामिल) को बेचने की योजना बैंक काफी पहले से बना रहा है। पब्लिक सेक्टर बैंकों में इक्विटी झोंक रही सरकार काफी पहले से बैंकों पर नॉन-कोर एसेट्स बेचने का दबाव बना रही थी। नॉन-कोर एसेट्स किसी कंपनी की वह एसेट्स होते हैं जो किसी कंपनी के बिजनस ऑपरेशन के लिए जरूरी न रहे हों। यह आशंका जताई जा रही थी कि पीएनबी को 11,300 करोड़ रुपये के फ्रॉड से उबारने के लिए सरकार सहायता कर सकती है लेकिन सरकार चाहती है कि बोगस LoU के कारण हुए इस घाटे को पीएनबी खुद झेले।