अहोई अष्टमी के व्रत के दौरान जरूर रखे इन बातों का ध्यान, न करे कोई भूल
महिलाओं के द्वारा संतान के लिए किया जाने वाला व्रत अहोई अष्टमी होता है जिसे बहुत खास कहते है। जी दरअसल इस दिन निर्जला व्रत रखकर मां अपने बेटे की लम्बी उम्र के लिए और उज्जवल भविष्य के लिए मां अहोई की पूजा करती है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस दिन ध्यान रखने वाली बातों को. आई जानते हैं.
1. कहते हैं अहोई अष्टमी के दिन अहोई माता से पहले गणेश जी की पूजा करना जौरी होता है और हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय कहते हैं.
2. ध्यान रखे कि अहोई अष्टमी का व्रत निर्जला रहें। क्योंकि ऐसा करने पर ही आपकी संतान को लम्बी आयु का वरदान मिलता है और उसे समृद्धि प्राप्त होती है।
3. कहा जाता है अहोई अष्टमी के दिन तारों को अर्घ्य देना चाहिए और तारों के निकलने के बाद ही अपने उपवास को तोडना चाहिए और तभी पानी या भोजन ग्रहण करना चाहिए.
4. कहा जाता है अहोई अष्टमी के दिन अपने सास-ससुर के लिए बयाना जरूर निकालें और अगर आपके सास-ससुर ना हों तो अपना बायना किसी पंडित या किसी बुजुर्ग को दें।
5. ध्यान रहे अहोई अष्टमी के दिन व्रत कथा सुनते समय 7 तरह के अनाज अपने हाथ में रखें और पूजा के बाद इस अनाज को किसी गाय को खिला दें.
6. ध्यान में रखे कि जब अहोई अष्टमी के दिन पूजा करते समय अपने बच्चों को अपने पास बिठाएं और अहोई माता को भोग लगाने के बाद वो प्रसाद अपने बच्चों को जरूर खिलाएं और पूजन के बाद किसी ब्राह्मण या गाय को खाना जरूर खिलाएं और उनका आशीर्वाद लें.