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आज एक महीने का हुआ GST, व्यापारियों को अब तक नहीं मिली इन परेशानियों से राहत

देश भर में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) लागू हुए सोमवार को एक माह हो गया है। हर कोई इसे तेजी से अपनाने की दिशा में अग्रसर है। औद्योगिक नगरी के उद्यमी जीएसटी के कायदे-कानून में पूरी तरह से रम गए हैं, मगर ट्रेडर्स में अभी भी इसे लेकर काफी दुविधा का माहौल देखा जा रहा है।

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कपड़ा, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और किचन वेयर बेचने वाले कारोबारियों का कहना है कि उन्हें अभी तक जीएसटी पूरी तर हसे समझ में नहीं आया है। यही कारण है कि कारोबार में काफी गिरावट की स्थिति है। अगर फर्नीचर कारोबारियों की मानी जाए तो उनके काम-धंधे में 60 फीसदी से भी अधिक की गिरावट आ चुकी है।देश भर में टैक्स की एकरूपता को लेकर इसके लागू होने से पहले तमाम प्रकार की बातें हो रही थीं। मगर एक माह होते-होते तमाम लोग इसे अपना चुके हैं। हालांकि अभी भी कहीं-कहीं से इसके खिलाफ आवाजें आ रही हैं। लोहा मंडी के एक कारोबारी संदीप का कहना है कि जीएसटी एक अच्छा प्रावधान है। इसे लेकर किसी प्रकार का विरोध नहीं है।

हां यह बात सही है कि इसे समझने में समय लग रहा है। अधिकतर लोग इसके अनुसार कारोबार करने लगे हैं। कुछ लोग हैं जिन्हें इसे अपनाने में समय लग रहा है। जल्द ही वह भी इसके आदी बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब जीएसटी को कोई नकार नहीं सकता है और न ही कोई टालमटोल कर सकता है। अब तो इससे अपनाना ही होगा।

रविवार को बाजार के कारोबारियों से जब बात की गई तो काफी लोग इससे संतुष्ट नजर आए। मगर कुछ कपड़ा, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और किचन वेयर का कारोबार करने वाले परेशान हैं। उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि बिलिंग कैसे की जाए। वहीं इनकी शिकायत यह भी है कि ग्राहक बिल नहीं लेना चाहता है।

ऐसे में काफी परेशानी हो रही है। फरीदाबाद के एक नंबर, ओल्ड फरीदबाद, पांच नंबर व बल्लभगढ़ के बाजारों में जीएसटी लागू होने ही सन्नाटा छा गया था मगर अब स्थिति सामान्य हो गई है। इन कारोबारियों का कहना है कि जीएसटी को पूरी तरह से समझने में अभी कम से कम तीन माह और लगेंगे।

क्या कहना है कारोबारियों का…

जीएसटी काफी सरल और संतुलित कर प्रणाली है। इसे समझने में किसी को दिक्कत नहीं आनी चाहिए। केवल उन्हीं ट्रेडर्स को दिक्कत आ रही जिन्होंने इसे समझने का ठीक से प्रयास नहीं किया। उन्हें यह बात जान लेनी चाहिए कि वह टालमटोल करने से इससे नहीं बचेंगे। जीएसटी को लेकर जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है।

सरकार ने इसके लिए सुविधा केंद्र खोल रखा है। इसके लिए सॉफ्टवेयर आ चुका है, इसके बावजूद दिक्कत हो रही है तो यह व्यक्तिगत हो सकती है। उद्यमी तो जीएसटी को लेकर काफी खुश हैं। उनकी ओर से किसी प्रकार की शिकायत नहीं आ रही है।-जेपी मलहोत्रा, अध्यक्ष डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

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जीएसटी की पहेली अभी तक समझ में नहीं आ रही है। कारोबार पूरी तरह से चौपट गया है। यह 60 फीसदी से अधिक प्रभावित हुआ है। जो भी ग्राहक आते हैं वह बिल नहीं लेना चाहते हैं। ऐसे में कारोबार करना काफी मुश्किल हो गया है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें।-हनी भाटिया, फर्नीचर कारोबारी

जीएसटी के बारे में सही से समझने में अभी भी कम से कम तीन माह लगेंगे। यह कर का नया प्रावधान है। फिलहाल इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।-रणजीत सिंह, कारोबारी

जीएसटी को आए एक माह हो गए हैं मगर यह अभी तक लोगों को समझ में नहीं आया है। यहां तक ग्राहक भी जीएसटी के तहत बिल नञहीं कटवाना चाहता है।-तरुण गर्ग, कारोबारी

 
 

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