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आपदा राहत के सभी प्रबन्ध समय से पूर्ण कराने के निर्देश

डीएम गोण्डा ने की बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा
गोण्डा : बरसात शुरू होने से पूर्व बाढ़ से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली जाएं। सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी अपर जिलाधिकारी से समन्वय स्थापित करके प्रस्तावित कार्ययोजना को स्वीकृत करा लें। यह निर्देश जिलाधिकारी जेबी सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ एवं सूखा से सम्बंधित जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ खण्ड के अधिशासी अभियन्ता एल्गिन-चरसड़ी तटबन्ध पर बरसात के कारण हो गये रेनकट्स व गड्ढों की मरम्मत तत्काल करायें, जिससे आवागमन सुचारू रूप से हो सकें। साथ ही तटबन्ध से सम्बन्धित प्रस्तावित कार्यों की सूची भी सम्बन्धित उपजिलाधिकारी को उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति में तटबन्ध पर शरण लेने हेतु ऊंचे स्थान का चिन्हीकरण कर लें तथा उपलब्ध पेयजल व्यवस्था आदि की समीक्षा कर अवगत कराएं। उन्होंने जल निगम के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिया कि वर्श 2017 के लिए नलकूपों के उच्चीकरण का प्रस्ताव शीघ्र प्राप्त करें। उन्होंने बन्धे पर शरण लेने वाले परिवारों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी की सहायता से कराने का निर्देश दिए हैं। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को उन्होंनेे निर्देश दिया कि बाढ़़ प्रभावित क्षेत्रो में बाढ़ के दौरान पशुओं के रहने का स्थान सुनिश्चित कर लिया जाय। भूसे की पर्याप्त उपलब्धता एवं भूसा वितरित करने के स्थान को चिन्हित कर लंे तथा उसकी सूची तहसील से विचार-विमर्श कर बना लें तथा उसकी एक प्रति कार्यालय को उपलब्ध करावें। पशुओं में फैलने वाली बीमारियों के इलाज हेतु आवश्यक/पर्याप्त औशधियों की मांग अपने विभाग से कर लें। बाढ़़ प्रभावित क्षेत्रो में कुल पशुओ की संख्या की गणना कर लें, जिससे भूसा व्यापारियों या चारा की आवश्यकता के सम्बन्ध में अनुमान लगाया जा सके।

विद्युत आपूर्ति के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए उन्होने अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देश दिया कि जो ट्यूबवेल विद्युत कनेक्शन के अभाव के कारण नही चल पा रहे हैं, उन्हे चालू कराया जाय। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो में विद्युत ट्रांसफार्मरो को क्षति से बचाने के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत करें।। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो में विद्युत के खराब ट्रांसफार्मरो, विद्युत पोलों एवं तारोे आदि का निरीक्षण कर लें तथा खराब पाये जाने पर उनको तत्काल बदल दें, जिससे बाढ़ के समय अधिक क्षति से बचा जा सकें। मोबाइल ट्रांसफार्मरो की व्यवस्था भी की जाय। आपूर्ति विभाग द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि बाढ़/सूखा के समय खाद्यान्न, मिट्टी के तेल की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय। बाढ के समय बाढ प्रभावित क्षेत्र में मिट्टी के तेल  की कमी न होने पाये। स्वास्थ्य सेवाओं के सम्बन्ध में सीएमओ को निर्देश देते हुए कहा कि जीवन रक्षक दवाओं तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वितरित की जाने वाली दवाओं की व्यवस्था कर ली जाय। बाढ क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों को बाढ के समय 24 घन्टे खोलने की व्यवस्था की जाय। उनकी सूची बना ली जाय उनके सही लोकेशन व फोन नम्बर का उल्लेख हो। इसके अलावा डीएम ने बाढ चौकियों पर सफाई कर्मचारियों की डयूटी लगा्ने का निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए हैं। उन्होंने तहसीलदार तरबगंज को निर्देशित किया गया कि फायर स्टेशन बनाने के लिए उपयुक्त जमीन उपलब्ध करायें। डीएम ने निर्देश दिया कि उपजिलाधिकारी कर्नलगंज व तरबगंज बाढ प्रभावित क्षेत्र के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर लें तथा बाढ प्रभावित क्षेत्र में ग्राम स्तर पर आपदा प्रबन्ध समितियों को सक्रिय कर दें। वे अपनी-अपनी बाढ़ चौकियों पर शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई इत्यादि का निरीक्षण कर लें। तहसील में उपलब्ध गोताखोरों, नाविकों व नावों की अलग-अलग अपडेटेड सूची के ठेकेदारों से तत्काल सम्पर्क स्थापित कर लिया जाय।

डीएम ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले ग्रामों का सर्वे करा लें जिसमें सभी प्रभावित होने वाले लोगों के बैंक खाता संख्या, आईएफसी कोड, परिवार में बालिग व नाबालिग सदस्यों की संख्या, आवास का प्रकार, छोटे-बडे मवेशियों की अलग-अलग संख्या व यदि किसी परिवार के पास डूब क्षेत्र के अतिरिक्त आवास है तो उसका उल्लेख हो। बाढ क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का भी सर्वे करा लें जिसमें उनकी सम्भावित डिलीवरी की तिथि का उल्लेख हो जिससे बाढ के समय उनकी सहायता की जा सके। बाढ से प्रभावित होने वाले ग्रामों में आपदा प्रबन्धन में प्रशिक्षित लोगों की सूची मोबाइल नम्बर सहित तैयार कर ली जाय। बाढ चौकियों पर विभिन्न विभागों के लगाये गये कर्मचारियों की एक मीटिंग कर ली जाय तथा तहसील स्तर पर उपलब्ध उपकरणों (यथा मेडिकल किट, लाइफब्वाय जैकेट, लाइफ ब्वाय रिंग, ड्रैगेन सर्च लाइट, लाउड हेलेर आदि) को चलाकर देख लिया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दिव्या मित्तल, एडीएम त्रिलोकी सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी अरुण कुमार शुक्ल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमेश यादव, सभी एसडीएम, एएसपी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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