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इन्फोसिस में भी आई नौकरियों की बाहर

बेंगलुरु : पिछले वित्त वर्ष में देश की आईटी इंडस्ट्री में जॉब ग्रोथ सुस्त थी, लेकिन अब यह रफ्तार पकड़ रही है। देश की चार टॉप आईटी सर्विसेज कंपनियों के डेटा से यह जानकारी मिली है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक्नॉलजीज ने दिसंबर 2018 तक के 9 महीनों में 70,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी दी है, जो 2017-18 के मुकाबले 5 गुना ज्यादा है।

इन चारों कंपनियों की संयुक्त आमदनी 46 अरब डॉलर है। इन्होंने वित्त वर्ष 2018 में 13,972 लोगों को हायर किया था। तब इंडस्ट्री क्लाइंट्स के अंधाधुंध डिजिटल टेक्नॉलजी अपनाने, परंपरागत कारोबार पर दबाव, ऑटोमेशन और प्रमुख बाजारों में बिजनस के हालात मुश्किल होने जैसी परेशानियों से जूझ रही थी। ऑटोमेशन जैसी टेक्नॉलजी के चलते कई काम खत्म हो गए थे और इस वजह से सेक्टर में नए रोजगार के मौके घट गए थे।

टीसीएस में बंपर हायरिंग
टीसीएस ने दिसबंर 2018 तक 9 महीनों में 22,931 कर्मचारियों को हायर किया था। कंपनी के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया कि कारोबार ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है और डबल डिजिट ग्रोथ के लिए तैयार है। टीसीएस ने इस साल कैंपस प्लेसमेंट के जरिए 28,000 से ज्यादा लोगों को हायर किया। टीसीएस के ग्लोबल एचआर के हेड अजॉयेंद्र मुखर्जी ने बताया, ‘हायरिंग में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। हमारा कारोबार जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, हायरिंग में भी उसी गति से तेजी आ रही है। हम लगातार कह रहे थे कि कंपनी का मकसद फिर से डबल डिजिट ग्रोथ हासिल करना है।’उन्होंने कहा, ‘हमारी मार्केट के मौकों पर लगातार नजर है। हम उन मौकों को भुनाने में कामयाब रहेंगे।’

इन्फोसिस में भी नौकरियों की बाहर
टीसीएस की प्रतिद्वंद्वी इन्फोसिस ने भी दिसंबर 2018 तक के 9 महीनों या मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में 21,398 एंप्लॉयीज को हायर किया था। वहीं, 2017-18 के पूरे वित्त वर्ष में उसने सिर्फ 3,743 लोगों को नौकरी दी थी। इंफोसिस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीण राव ने पिछले महीने कहा था, ‘कंपनी ने पिछली तिमाही में कई बड़ी डील साइन की हैं, जिनका साइज आगे चलकर और बड़ा हो सकता है। इसलिए हमारा मानना है कि हायरिंग में इजाफा जारी रहेगा।’

एचसीएल में तीन गुना ज्यादा हायरिंग
एचसीएल टेक्नॉलजीज ने दिसंबर तक 12,247 लोगों की हायरिंग की थी, जबकि 2017-18 में इस अवधि में उसने सिर्फ 4,108 कर्मचारियों को ही काम पर रखा था। विप्रो ने इस वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में नेट बेसिस पर 12,456 लोगों को हायर किया।

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