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उत्तराखंड: कांग्रेस ने किया शक्ति परीक्षण में जीत का दावा, SC सुनाएगा रिजल्ट

harish-rawat1_650x425_051016093558 (1)उत्तरांखड विधानसभा में मंगलवार को बहुमत साबित करने के लिए शक्ति परीक्षण पूरा हुआ. विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई और 12 बजे तक शक्ति परीक्षण का काम पूरा कर लिया गया. इसका रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट बुधवार को जारी करेगा. कांग्रेस का दावा है कि हरीश रावत ने बहुमत साबित कर दिया है.

कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि बहुमत परीक्षण में उन्होंने 33 वोटों के साथ जीत दर्ज की है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘अदालत का सम्मान करते हुए हम कहना चाहते हैं कि हम विश्वास मत जीत गए हैं. ये लोकतंत्र की जीत है और बीजेपी की नैतिक, राजनीतिक हार है.’ हरीश रावत ने बहुमत परीक्षण के बाद देवी देवताओं को धन्यवाद दिया और कहा- मैं सभी देवी-देवताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं और जनता को प्रणाम करता हूं. 

शक्ति परीक्षण के बाद बीजेपी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि बीजेपी सैद्धांतिक रूप से विजयी रही लेकिन कांग्रेस ने धन बल का प्रयोग किया इसलिए हम आंकड़ों के खेल में पीछे रह गए.

सुप्रीम कोर्ट में खुलेगा लिफाफा
बहुमत परीक्षण के बाद विधानसभा में वोटों का आंकड़ा बंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को भेजा गया है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में लिफाफा खोला जाएगा और रिजल्ट की घोषणा होगी.

बसपा ने किया था समर्थन का ऐलान
फ्लोर टेस्ट से पहले बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, ‘बीजेपी का समर्थन करने की बात महज अफवाह है. सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए हम कांग्रेस का साथ देंगे.’ सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए हरीश रावत को विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा था. फ्लोर टेस्ट के दौरान 2 घंटे के लिए राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया था.

गौरतलब है कि देहरादून हाईकोर्ट ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने के केंद्र के फैसले को खारिज करते हुए हरीश रावत को विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा था. केंद्र ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा. साथ ही कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को वोटिंग से दूर रखने के फैसले को भी बरकरार रखा. फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस के बाकी विधायक मंगलवार सुबह देहरादून पहुंचे

देहरादून में धारा 144 लागू
मंगलवार सुबह सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं. शक्ति‍ परीक्षण के मद्देनजर राजधानी देहरादून में धारा-144 लागू करने से पहले ही विधान सभा के आसपास के इलाके को रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के हवाले कर दिया गया था.

दो घंटों के लिए आयोजित हुआ सत्र
मंगलवार को विधानसभा का विशेष सत्र कई मायनों में यादगार हो गया. सूबे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब विधानसभा अध्यक्ष से लेकर तमाम विधायक और विधानसभा कर्मचारी पैदल विधानसभा पहुंचे. सिर्फ 2 घंटे के लिए आयोजित इस सत्र में इस बात का निर्णय होना था कि विधानसभा में हरीश रावत के पास बहुमत है या नहीं.

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