मिर्जापुर (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत संविदा पर तैनात 32० चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों की सेवा अवधि 31 दिसंबर 2०13 को समाप्त होने के बाद जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहद प्रभावित होने की संभावना है। जिन संविदाकर्मियों की सेवाएं समाप्त हुई हैं उनमें मिजार्पुर के 3०० तथा सोनभद्र के 2० कर्मी शामिल हैं। पहले से ही चिकित्सकों और कर्मियों की कमी से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग के लिए इतनी बड़ी संख्या में संविदाकर्मियों का अब अचानक न होना पूरी व्यवस्था के लिए झटका है। शासन ने संविदा पर तैनात 32० चिकित्सक स्टाफ नर्स फार्मासिस्ट समेत अन्य कर्मचारी की सेवा को आगे नहीं बढ़ाने का निर्देश जारी किया था। इस वजह से अब इनकी पुन: तैनाती की संभावना नहीं के बराबर है। इस तरह मिजार्पुर के 3०० और सोनभद्र के 2० स्वास्थ्यकर्मियों की सेवा 31 दिसंबर को समाप्त हो गई। संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त होने के बाद अब जिलेभर के मरीज भारी दिक्कतों का सामना करते नजर आ रहे हैं। सेवा समाप्त होने से मिजार्पुर के 48 चिकित्सक 15 फार्मासिस्ट 21 स्टाफ नर्स 114 एएनएम 14 डाटा आपरेटर के अलावा टेक्नीशियन समेत अन्य कर्मचारी जहां मायूस हैं वहीं इसका सीधा-सीधा असर आम मरीजों पर पड़ता नजर आ रहा है। गौरतलब है कि शासन ने 32० संविदा कर्मियों की अविध को सितंबर में समाप्त कर दिया था। लेकिन अधिकारियों के सुझाव और लिखे गए पत्र पर प्रमुख सचिव ने इनके कार्य की तिथि को बढ़ाते हुए 31 दिसंबर कर दिया था। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उमेश यादव ने बताया कि शासन से अभी तक संविदा कर्मियों की तिथि बढ़ाने के लिए फिलहाल कोई आदेश नहीं आया है। इस मामले से शासन को अवगत करा दिया गया है। कोई नया आदेश आने के बाद ही किसी तरह का निर्णय लिया जा सकेगा।