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एटीएम का कमाल, बैलेंस चेक करने जो भी गया हो गया कंगाल

पश्चिमी दिल्ली: बाहरी जिले में लगा एक बैंक एटीएम लगातार लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। इस एटीएम में जो भी शख्स बैलेंस चेक करने जाता है, उसके कार्ड से कैश निकल जाता है। इलाके के दर्जनों लोग अब तक इस एटीएम का शिकार बन चुके हैं। जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई को कौन लूट रहा है, इस बात का न पता चल रहा है और न ही कोई पता करने की कोशिश कर रहा है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि जो लोग इस वारदात का शिकार हो जाते हैं, उनकी मदद न तो बैंक कर रहा है और न ही पुलिस। वारदात का शिकार बने अशोक गुप्ता (65) पालम रोड पर तमिल इंक्लेव में परिवार के साथ रहते हैं। वह परिवार का पालन पोषण करने के लिए हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। उनका कहना है कि 25 जून को उन्होंने 4 हजार रुपए निकाले थे। इसके बाद वह घेवरा मोड अनाज मंडी स्थित एक बैंक एटीएम में अपनी वृद्वावस्था की पेंशन का बैलेंस चेक करने गए थे। इसके अगले ही दिन 29 जून को सुबह सवेरे उनके बैंक खाते से 5 हजार रुपए एक बार और 15 सौ रुपए एक बार यानी कुल 65 सौ रुपए निकाल लिए गए। वारदात के बाद अशोक गुप्ता ने पुलिस और बैंक दोनों को ही लिखित शिकायत दी, लेकिन दोनों ही उनकी कोई मदद नहीं की। डाबरी पुलिस ने उनकी एफआईआर तक दर्ज करने से इंकार कर दिया। सैनिक नगर इलाके में परिवार के साथ रहने वाले मेहरचंद एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं।

वह कुछ दिन पहले अपना बैलेंस चेक करने के लिए घेवरा मोड अनाज मंडी एक एटीएम पर गए थे। बैलेंस चेक करने के अगले ही दिन सुबह उनके एटीएम कार्ड से तीन बार में 25 हजार रुपए निकाल लिए गए। उन्होंने भी पुलिस और बैंक दोनों को ही शिकायत दी, लेकिन न तो डाबरी पुलिस ने ही उनकी सुनी और न ही बैंक ने। हार कर औरों की तरह वह भी मन मारकर अपने घर बैठ गए। कलेक् शन एजेंट का काम करने वाले पुनित पाल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। महावीर इंक्लेव में रहने वाले पुनित 28 जून को घेवरा मोड़ अनाज मंडी के इसी एटीएम पर अपना बैलेंस चेक करने गए थे। अगले दिन यानी 29 जून को उनके खाते से सुबह-सुबह ही 10 हजार रुपए निकाल लिए गए।

अपना कार्ड ब्लॉक कराने के बाद पुनित बैंक गए तो बैंक मैनेजर ही उनसे उलझ गए। उन्होंने अपना कार्ड पुनित को देते हुए, उल्टा उन्हीं से कह दिया कि वह उनके कार्ड से रकम निकाल कर दिखाएं। रही सही कसर पुलिस ने पूरी कर दी। वारदात की बार-बार शिकायत करने के बाद भी डाबरी पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। घेवरा मोड़ अनाज मंडी का शिकार रेनू सिंह जिनके खाते से 20 हजार रुपए और तरूण जिनके खाते से 17 हजार रुपए निकाले जा चुके हैं, भी बन चुके हैं। इसके अलावा भी दर्जनों लोग हैं, जिन्होंने इस एटीएम से बैलेंस चेक किया या फिर कैश निकालने की गुस्ताखी की और उनके खाते से ठगों ने रकम निकाल ली। लेकिन न तो पुलिस और न ही बैंक दोनों ने ही इतनी गंभीर वारदात को सीरियस लिया। जिस वजह से ठगी में शामिल लोग लगातार भोलीभाली जनता को निशाना बना रहे हैं।

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