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एमपी की ये कैसी यूनिवर्सिटी! लड़कों और लड़कियों से कराया जाता है पोर्न एक्टरों जैसा काम

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी यानि एनएलआईयू में रैगिंग रुकने का नाम नहीं ले रही है. छात्रों के बाद अब छात्राओं ने भी सीनियर्स की रैगिंग की शिकायत की है.
आरोप है कि पोर्न एक्टर की नकल करने के साथ सीनियर छात्राएं जूनियर छात्राओं से नशे में धूत होकर जूनियर छात्रों से शारीरिक संबंध बनाने की मांग करती हैं. एनएलआईयू प्रबंधन मामले की जांच करा रहा है, तो भोपाल पुलिस को भी एंटी रैंगिग हेल्पलाइन से शिकायत मिली है.

एनएलआईयू में रैगिंग की पुरानी शिकायतों की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है और नई शिकायत सामने आ गई है. ताजा शिकायत में छात्र के साथ छात्राओं ने सीनियर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

आरोप है कि सीनियर्स अश्लील गानों में डांस करने के साथ ही पोर्न एक्टर की नकल करने का दबाव बनाते हैं. साथ ही कतार में खड़ा करके उनसे अश्लील गानों पर नाचने के लिए कहा जाता है. आदेश नहीं मानने पर सीनियर्स द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. छात्रों के अलावा छात्राओं ने भी सीनियर्स छात्राओं की शिकायत की है. जूनियर छात्राओं का आरोप है कि नशे में धुत होकर सीनियर छात्राएं शारीरिक संबंध बनाने की मांग करते हैं. साथ ही पेड़ के साथ अश्लील एक्टिंग करने का दबाव भी बनाते हैं. ये शिकायत हाल ही में एंटी रैंगिंग हेल्पलाइन में की गई.

आरोप यह भी है कि सीनियर्स छात्र जूनियर पर देर रात से लेकर सुबह तक अश्लील फिल्म देखने का दबाव बनाते हैं. उन्हें जबरन शराब पिलाई जा रही है. जूनियर ने रैगिंग के दौरान धर्म का मजाक उड़ाने की भी शिकायत की थी. शिकायत में सेकंड ईयर के 14 छात्रों के नाम समाने आए हैं.

रैगिंग की शिकायत करने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि आरोपी छात्र एनएलआईयू में पढ़ने के लायक नहीं हैं. एंटी रैगिंग हेल्पलाइन ने संस्थान से इस मामले में कार्रवाई कर रिपोर्ट तलब की है. कॉलेज की कमेटी मामले की जांच भी कर रही है. साथ ही पुलिस भी शिकायत मिलने के बाद अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है.

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रवि पांडे ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि शिकायत पूरी तरह से सही नहीं है. शिकायत में लिखें कुछ नाम यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है. रजिस्ट्रार ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रवि पांडे ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि शिकायत पूरी तरह से सही नहीं है. शिकायत में लिखें कुछ नाम यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है. रजिस्ट्रार ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

 

 

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