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एल एंड टी ने हैदाबाद मेट्रो के लिए रिश्वत के आरोप का किया खंडन

ltहैदराबाद (एजेंसी)। भारत में निर्माण क्षेत्र की अग्रणी कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) ने हैदराबाद मेट्रो रेल परियोजना हासिल करने या इसके लिए अतिरिक्त भूमि हासिल करने के लिए रिश्वत दिए जाने के आरोपों को खारिज किया। आरोपों से निष्प्रभावित रहने का दावा करते हुए कंपनी ने साफ किया है कि वह परियोजना के प्रति पूर्ण प्रतिबद्ध है और तय कार्यक्रम के मुताबिक वह 21 मार्च 2०15 को पहला चरण बहाल कर देगी। कुछ नेताओं के इस आरोप पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कि कंपनी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी को रिश्वत दी है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि किसी को भी एक पैसा नहीं दिया गया है। एल एंड टी हैदराबाद मेट्रो रेल लिमिटेड (एलटीएमआरएचएल) के प्रबंध निदेशक एवं कार्यकारी प्रमुख वी.बी गाडगिल ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि निविदा या उससे आगे की प्रक्रिया के दौरान इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति के साथ किसी तरह का लेनदेन नहीं हुआ। गाडगिल ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा ‘‘कोई पैसा नहीं दिया गया। गैरकानूनी तरीके से या किसी भी रूप में पैसे का कोई लेनदेन नहीं हुआ।’ एल एंड टी 14, 132 करोड़ रुपये के खर्च पर 72 किलोमीटर लंबा उच्च मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण कर रही है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी में यह दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना होगी। मंगलवार को टीआरएस प्रमुख ने दावा किया था कि उनके पास पक्की सूचना है कि किरण कुमार रेड्डी ने एल एंड टी से करोड़ों रुपये रिश्वत के रूप में लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना प्रदेश गठन हो जाने के उपरांत अनियमितताओं की जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।

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