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कंगना से पर 2 साल बाद बोले रितिक ने 766 शब्दों में बताया पूरा माजरा

कंगना रनौत और रितिक रोशन के विवाद पर बहुत कुछ कहा और लिखा जा चुका है. यह विवाद हाल ही में कंगना की फिल्म सिमरन की रिलीज से पहले कुछ इंटरव्यूज के बाद फिर चर्चा में आ गया. कंगना ने आरोप दोहराते हुए रितिक और राकेश रोशन से माफी की मांग की थी. हालांकि पूरे मामले के दौरान रितिक चुप ही रहे. 

कंगना से पर 2 साल बाद बोले रितिक ने 766 शब्दों में बताया पूरा माजरापिछले दिनों 29 पेज के शिकायत की कॉपी लीक हुई जिसे रितिक ने कंगना के खिलाफ इस साल अप्रैल में फाइल किया था. शिकायत में लिखा है कि कंगना लगातार उनका पीछा कर रही थीं और उन्होंने रितिक को अपना इंटरनल लवर बताया. साथ ही कंगना पर सेक्सुअली इक्स्प्लिसट मेल भेजने के आरोप भी लगाए. दो साल बाद इस मामले पर अब रितिक रोशन खुलकर सामने आए हैं. उन्होंने गुरुवार को फेसबुक पर 766 शब्दों का लेटर शेयर कर कंगना पर निशाना साधा है. ट्विटर पर भी लेटर का 3 पेज का स्क्रीन शॉट शेयर किया.

कंगना की बहन रंगोली ने भी रितिक को लेकर कई ट्वीट्स किए हैं.

1) कंगना से रिलेशनशिप पर 

उन्होंने लिखा है- मैं रचनात्मक काम के रास्ते पर चलना चाहता हूं. जो काम इससे संबंधित नहीं है, मैं उससे दूर रहता हूं. मैं फालतू के विवाद से दूर रह अपने आत्म-सम्मान को बचाए रखना चाहता हूं, लेकिन जिस तरह घाव का इलाज ना करने से वो नासूर बन जाता है, उसी तरह लगता है यह स्थिति भी मेरे लिए नासूर बनती जा रही है. साथ ही लगता है कि मीडिया भी इस घटना को भूलना नहीं चाहती. इस सर्कस में मैं अपना बचाव करने के लिए कुछ कहना नहीं चाहता, क्योंकि इसमें मेरी कोई भागीदारी ही नहीं है.

मुझे इस कीचड़ में जबरदस्ती घसीटा गया है. सच्चाई यह है कि मैं इस लेडी से कभी पर्सनली नहीं मिला. हां, हमने साथ काम किया है, लेकिन प्राइवेट में हमारी कभी मुलाकात नहीं हुई. समझने की कोशिश करिए कि मैं किसी अफेयर के आरोप के खिलाफ नहीं लड़ रहा या मैं अच्छे इंसान की इमेज नहीं बनाना चाहता. मुझे अपनी गलतियों के बारे में पता है. 

2) कंगना को मिला रहा है महिला होने का फ़ायदा 

मैं इंसान हूं. मैं खुद को इससे भी ज्यादा गंभीर, संवेदनशील और हानिकारक समस्या से बचाना चाहता हूं. दुख की बात है कि मीडिया और पब्लिक में से बहुत कम लोगों को सच्चाई जानने में दिलचस्पी है. अगर लोग इस झूठ से कंफर्टेबल हैं कि एक लड़की पीड़िता है और एक मर्द आक्रामक है, तो लोगों को ऐसा सोचने दीजिए. सदियों औरतों ने पुरुषों के हाथों अत्याचार झेला है. यह बात मुझे क्रोधित करती है कि कैसे कोई इतना क्रूर हो सकता है, लेकिन इस लॉजिक से यदि कोई मर्द सही और कोई औरत झूठी नहीं हो सकती, तो इस बात से भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.

3) सच सामने लाने से क्यों बच रही हैं कंगना 

सात साल का लंबा तथाकथित अफेयर, दो हाई-प्रोफाइल सेलेब्रिटीज के बीच, जिसका कोई सबूत नहीं है. कोई तस्वीर नहीं, कोई गवाह नहीं, एंगेजमेंट, (जिसके बारे में कहा जा रहा है कि पेरिस में जनवरी 2014 में हुई थी) में ली गई कोई सेल्फी तक नहीं. अभी भी हम लड़की पर विश्वास कर रहे हैं क्योंकि कोई औरत झूठ कैसे बोल सकती है. मेरा पासपोर्ट बताता है कि मैंने जनवरी 2014 में देश से बाहर ट्रैवल नहीं किया, तो उस समय पेरिस में मेरी सगाई कैसे हो गई. सबूत के तौर पर एक फोटोशॉप्ड तस्वीर पेश की गई थी, जिसे अगले ही दिन मेरे दोस्त और मेरी एक्स वाइफ ने झूठा करार दे दिया था.

4) औरतों के लिए स्टैंड लेते हैं हम 

यह सवाल कभी नहीं पूछे जाते. क्योंकि हमें सिखाया जाता है कि हमें औरतों की रक्षा करनी चाहिए. मुझे भी यही सिखाया गया है. मेरे पैरेंट्स और मेरी जिंदगी की सबसे खूबरसूरत महिला ने मुझे यही सिखाया है. मैं अपने बच्चों को भी यही सिखाने की कोशिश करूंगा. साथ ही औरतों के लिए स्टैंड लेने की शिक्षा भी उन्हें हमेशा दूंगा.

5) 3000 मेल्स पर सवाल 

3000 एकतरफा ई-मेल्स हैं, जिन्हें या तो मैंने खुद को भेजा होगा या फिर उस लेडी ने. यह स्टोरी कुछ ही दिनों में साइबर क्राइम डिपार्टमेंट सत्य या असत्य साबित कर सकती है. मैंने अपना लैपटॉप, फोन साइबर सेल को सरैंडर कर दिया है. अभी भी वो उनके पास है, लेकिन दूसरी पार्टी ने ऐसा करने से मना कर दिया है. छानबीन अभी खत्म नहीं हुई है. यह लवर्स के बीच हुआ कोई झगड़ा नहीं है. मैं लोगों से निवेदन करता हूं कि वो इसे इस तरह से देखना बंद करें और समझें कि असल में यह झगड़ा है क्या.

6) प्रताड़ना के बावजूद गुस्सा नहीं हूं 

4 साल मुझे इस वजह से प्रताड़ना झेलनी पड़ी है. मैं गुस्सा नहीं हूं. मैं जिदंगी में बहुत कम ही गुस्सा हुआ हूं. किसी भी मर्द या औरत से मैंने आज तक लड़ाई नहीं की है. मेरे तलाक में भी लड़ाई नहीं हुई थी. मैं यहां पर किसी पर आरोप लगाने या किसी को जज कने नहीं आया हूं, लेकिन समय आ गया है कि मैं सत्य की रक्षा करूं. क्योंकि जब सत्य पर आंच आती है, तो समाज, परिवार, बच्चे सबको भुगतना पड़ता है.

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