रविवार को कोलकाता के ईडन गॉर्डंस मैदान में जब विंडीज खेलने उतरी थी तो ज्यादातर भारतीय दर्शक इंग्लैंड की जीत की दुआएं कर रहे थे, कारण साफ था कि भारत को सेमीफाइनल में बाहर करने वाली विंडीज को विजेता बनते देखना गिने-चुने भारतीय दर्शकों को नहीं भा रहा था, लेकिन आखिरी ओवर में विंडीज के बल्लेबाजों ने जो खेल दिखाया, भारतीय फैंस सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार को भूल गए और विंडीज के क्रिकेट प्रेम के दीवाने हो गए।
फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज को आखिरी ओवर में 19 रनों की जरुरत थी और सभी दर्शक लगभग मान चुके थे कि इंग्लैंड ही जीतेगा। लेकिन फिर जो हुआ उसकी किसी को बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। कैरेबियाई ऑलराउंडर कार्लोस ब्रैथवेट ने शुरुआती चार गेंदों में चार छक्के जड़ डाले और अपनी टीम की जीत पर मुहर लगा दी।
वेस्टइंडीज ने आखिरी ओवर में 24 रन बनाते ही ऑस्ट्रेलिया के 6 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। दरअसल, टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में कंगारूओं ने 2010 में ग्रोस आइसलेट में पाकिस्तान के खिलाफ 23 रन बनाकर आखिरी ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था।
इसके अलावा फाइनल में विंडीज की जीत में अहम कड़ी रहे मार्लोन सैमुअल्स ने भी एक कीर्तिमान स्थापित किया। 2012 और इस साल दोनों के फाइनल मुकाबले में सैमुअल्स ने फिफ्टी ठोंकी। यह कारनामा सिर्फ श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगकारा कर चुके हैं। संगकारा ने 2009 और 2014 के टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में फिफ्टी लगाई थी।