कपिल देव का खुलासा- विश्व कप जीतने के बाद नहीं दे रहे थे ट्रॉफी, लेकिन छीनने की आ गई थी…
नई दिल्ली: आज छह जनवरी का दिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर रहे कपिल देव के लिए बेहद ही खास है। आज ही के दिन 1959 में कपिल देव का जन्म चंडीगढ़ मे हुआ था। इस साल अपना 60वां जन्मदिन मना रहे कपिल देव ने अपने जीवन में कई उतार चढ़ाव देखे।
कपिल देव की जीवन से जुड़ी कई कहानियां पहले से इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन आज जो बात आपको बताने जा रहे है, वो शायद ही आपको कहीं और मिल सकता है। क्योंकि ये खुलास खुद कपिल देव ने ही किया है। इससे पहले बता दें कि कपिल देव भारतीय क्रिकेट टीम के उन सफल कप्तानों में गिने जाते हैं जिनके नेतृत्व में टीम ने विश्व कप जीता है।
साल 1983 में जब भारतीय क्रिकेट टीम पहील बार क्रिकेट विश्व कप जीतने में सफलता हासिल की तब न सिर्फ कपिल देश टीम के कप्तान थे बल्कि उन्होंने टीम की जीत में बड़ी अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन मैच जीतने के बाद जो होने वाला था शायद उसके बारे में कपिल देव पहले कभी सोच भी नहीं था।
आपको बता दें कि अपने जीवन से जुड़ी ये अहम बात कपिल देव में हाल ही में एक टीवी शो के दौरान बताए थे। इस शो में कपिल देव के आगमन पर शो के आयोजकों ने उन्हें खास सम्मान देते हुए उनके जीवन को याद किया था। वहीं शो के दौरान कपिल देव ने अपने क्रिकेट के यादगार दिनों का जिक्र करते हुए बताया कि जब हमने विश्व कप जीता तो आयोजक हमे ट्रॉफी देने को तैयार नहीं थे और हम उनके हाथ से ट्रॉफी छीन कर भाग जाना चाहते थे!
कपिल देव ने बताया कि, फाइनल जीतने के बाद मुझे ट्रॉफी लेकर अपने साथी खिलाड़ियों के पास जाने की जल्दबाजी थी, लेकिन ट्रॉफी देने वाले लोग उनसे मौच जीतने के बाद कुछ बातचीत करना चाहते हैं, जैसा कि सभी मैच में जीत के बाद कप्तान के साथ बातचीत किया जाता है। लेकिन मुझे लग रहा था कि मैं उनके हाथ ट्रॉफी छीन कर वहां से अपने साथियों के पास चला जाऊ।
आपको बता दें कि कपिल देव भारत के दिग्गज क्रिकेटरों में से एक है, जिसने अपने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया। कपिल देव मे अपने क्रिकेट करियर में 131 टेस्ट मैचों की 184 पारियों में 5248 रन बनाए, जिसमें 27 अर्धशतक और 8 शतक शामिल थे। जबकि 225 वनडे मैचों की 198 पारियों में 3783 रन बनाए। जिसमें उन्होंने 14 अर्धशतक और 1 शतक लगाया था।
वहीं वनडे मुकाबलों में कपिल देव का सर्वाधिक स्कोर नाबाद 175 रन है। कपिल देव ने 356 इंटरनेशनल मैचों में 687 विकेट लिए थे। टेस्ट मैचों में कपिल के नाम 434 विकेट झटके थे। जबकि उनके नाम 13 टेस्ट मैचों में 63 विकेट लेने का रिकॉर्ड था जिसे रविचंद्रन अश्विन ने 37 साल के बाद तोड़ा दिया है।