अजब-गजबफीचर्डस्वास्थ्य

कभी छीलकर ना खाएं सेब, इसके छिलकों में छिपा है कई बीमारियों का इलाज

‘एन एप्पल अ डे, कीप्स द डॉक्टर अवे’ वाली कहावत तो आपने सुनी होगी। इसका मतलब होता है कि अगर आप हर रोज एक सेब का सेवन करते हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी मतलब कि आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि सेब के अंदरूनी हिस्से से ज्यादा फायदेमंद तत्व उसके छिलके में पाए जाते हैं। सेब के छिलके एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं जो शरीर को निरोग रखने में हमारी काफी मदद करते हैं। इसके अलावा भी सेब के छिलकों के ढेर सारे फायदे हैं, इसलिए अगर आप इन छिलकों को सेब से निकालकर सेब खाते हैं तो जल्द से जल्द अपनी आदत बदल दीजिए। नहीं तो आप सेब से शरीर को होने वाले ढेरों फायदों से वंचित रह जाएंगे।

ये भी पढ़ें: शादी का झांसा देकर महाराष्ट्र से गोरखपुर लेकर आया, फिर नशा देकर कर दिया ऐसा

कभी छीलकर ना खाएं सेब, इसके छिलकों में छिपा है कई बीमारियों का इलाजसेब के छिलकों में एंटी-ऑक्सीडेंट और फ्लेवानोइड्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह दिल संबंधी रोगों को दूर रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सेब के छिलकों में कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस, फोलेट और आयरन जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों में मजबूती आती है। एक शोध से यह बात सामने आई है कि सेब के छिलकों के सेवन से हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। छिलके सहित सेब को खाने से शारीरिक कमजोरी दूर करने में मदद मिलती है। सेब के छिलकों में पैक्टिन नाम का रसायन होता है जो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का लेवल नीचे लाने में मदद करता है।

ये भी पढ़ें: हॉस्टल के बाथरूम में छात्रा के साथ हुआ कुछ ऐसा कि शहरभर में मचा हड़कंप

मिनरल्स की अच्छी खासी मात्रा का स्रोत होने की वजह से यह दांतों को कैविटीज से बचाता है। सेब के छिलकों में पर्याप्त मात्रा में आयरन और फोलिक एसिड होता है। कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और जिंक का भरपूर स्रोत होतनेकी वजह से यह प्रेग्नेंसी के दौरान खून की कमी को दूर करने में सहायता करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेविनॉइड हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसमें उर्सोलिक एसिड नाम का एंजाइम भी पाया जाता है जो वजन करने का काम करता है। सेब के छिलकों में पाया जाने वाला ट्रीटरपेनॉइड्स नाम का तत्व लीवर, ब्रेस्ट और कोलोन कैंसर से लड़ने की क्षमता रखता है। इसके अलावा यह ब्रेन सेल को डैमेज होने से बचाने में भी अहम योगदान देता है।

 

Related Articles

Back to top button