अपराधराज्यराष्ट्रीय

कोबरा के स्टिंग की हवा निकालने में जुटे सियासी दल

cbलखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले ‘कोबरा पोस्ट’ द्वारा बाबरी मस्जिद से जुड़ा एक नया स्टिंग ऑपरेशन सामने आने से उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इस स्टिंग में दिखाया गया है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस योजना पहले से बनाई गई थी और इसकी जानकारी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को थी। भाजपा ने हालांकि इसे जहां चुनावी फायदे के लिए कांग्रेस की साजिश करार दिया है वहीं इस मामले से जुड़े अन्य लोगों ने भी स्टिंग पर सवाल उठाए हैं।श्रीराम जन्मभूमि न्यास मंच के अध्यक्ष महंत अवैद्यनाथ ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर स्थापित कलंकित ढांचे के विध्वंस में कोबरा पोस्ट ने जो खुलासा किया है वह कोई नई बात नहीं है। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सनसनी बनाकर दिखाने में माहिर इस गिरोह ने अपने एक और कारनामे को अंजाम दिया है। इससे देश में अशांति फैल सकती है। निर्वाचन आयोग इसको संज्ञान में ले तथा प्रशासनिक अधिकारी इस पर गंभीर कार्रवाई करें।
वहीं इसी मुद्दे पर बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक व उससे संबंधित मुकदमों के पैरोकार रहे उत्तर प्रदेश सरकार में सहायक महाधिवक्ता एडवोकेट जफरयार जिलानी ने भी कहा कि मैंने इसे देखा इसमें कुछ नया नहीं है। ये लोग सनसनी फैलाकर क्रेडिट लेना चाहते हैं। सीबीआई की चार्जशीट पढ़कर स्टोरी बना दी गई जो बात हम कह रहे थे मेरे पास सबूत नहीं थे उन्हीं बातों को कहकर इन्होंने सबूत होने का दावा किया है।
जिलानी ने कहा कि कोबरा पोस्ट वालों का दावा है कि उन्होंने विहिप वालों से गुनाह कबूल कराके स्टिंग बना लिया है तो वह सबूत दें जिससे इस मामले की जांच में सहायता मिलेगी। सीबीआई अदालत में बाबरी मस्जिद की ओर से मुकदमा लड़ रहे एडवोकेट नजरूल हक ने भी कोबरा पोस्ट की आलोचना करते हुए कहा कि ये लोग तब कहां थे जब लिब्राहन आयोग इस मामले से संबंधित किसी भी प्रकार का सबूत मांग रहा था।
उन्होंने रहस्योद्घाटन किया कि कुछ दिन पहले एक पत्रकार जो खुद को मुस्लिम होने का हवाला देकर किसी डॉट कॉम का मालिक बता रहा था वह मुझसे इससे संबंधित कागजात मांग रहा था। लेकिन मैं ऐसे लोगों को सहयोग नहीं करता यह मामला भी कुछ वैसा ही लग रहा है।सीबीआई अदालत की लखनऊ खंडपीठ में 193 नम्बर पर अयोध्या मामले की सुनवाई हो रही है जिसकी अगली तारीख 5 व 7 अप्रैल है। कोबरा पोस्ट के आपरेशन में जिस विहिप नेता रमेश प्रताप सिंह के हवाले से यह दिखाया गया है कि कलंकित ढांचा तोड़ने के लिए गुजरात में 22 दिन का प्रशिक्षण कैंप किया गया था उनसे जब मीडिया ने स्टिंग को लेकर दिए गए बयान के बारे में प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा कि वह कुछ नहीं जानते और उन्होंने किसी चैनल से कोई बात नहीं की है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनकी तस्वीर दिखाकर किसी और की आवाज को शामिल किया गया हो। वहीं इस सम्बन्ध में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि वामपंथियों और तहलका से संबंध रखने वाले कोबरा ग्रुप ने कांग्रेस से मिलकर ऐन चुनाव के समय सनसनी फैलाने की नापाक कोशिश की है। इससे देश में शांति भंग हो सकता है।

Related Articles

Back to top button