कांग्रेस के सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में आरोप तय करने के लिए मंगलवार को बहस हुई। राउज एवेन्यू की विशेष अदालत में बहस के दौरान अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि सुनंदा पुष्कर के शरीर पर चोट के 15 निशान थे। शशि थरूर ने पाकिस्तान की महिला पत्रकार मेहर तरार को कई पत्र लिखे थे। एक पत्र का कुछ हिस्सा अभियोजन पक्ष ने अदालत में बताया, जिसमें थरूर ने तरार को सबसे अधिक प्रिय बताया था। अभियोजन पक्ष के मुताबिक, थरूर के पत्रों से पता चलता है कि तरार और उनके बीच गहरा रिश्ता था।
अभियोजन पक्ष की दलीलों के बाद थरूर के वकील ने विरोध जताते हुए कहा कि अभियोजन पत्र के कुछ हिस्से को ही बयां कर रहा है। हालांकि इस मामले में कुछ देर बहस के बाद अदालत ने सुनवाई 31 अगस्त के लिए टाल दी।
अदालत ने अभियोजन पक्ष से कहा है कि अगली सुनवाई पर केस से संबंधित दस्तावेजों को क्रमबद्ध पेश करें। अभियोजन पक्ष ने मंगलवार को हुई बहस के दौरान अदालत में कहा कि सुनंदा पुष्कर की मौत का कारण पोस्टमार्टम में जहर बताया गया है। साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान का भी जिक्र है। अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि चोट के निशान 12 घंटे से एक दिन तक पुराने थे।
ऐसे साक्ष्य हैं कि सुनंदा पुष्कर के साथ अक्सर मारपीट की जाती थी। सुनंदा पुष्कर और शशि थरूर की शादी को सिर्फ तीन साल चार माह ही हुए थे और दोनों की यह तीसरी शादी थी। अभियोजन पक्ष ने अदालत में कहा कि अगर शादी के सात साल में ही अप्राकृतिक मौत हो जाए तो यह संदेह पैदा करता है।
क्या है मामला
17 जनवरी, 2014 को सुनंदा पुष्कर होटल के कमरे में मृत पाई गई थीं। दिल्ली पुलिस ने सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में पिछले साल 14 मई को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप के तहत शशि थरूर के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था। शशि थरूर पर सुनंदा पुष्कर को प्रताड़ना देने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। थरूर इस मामले में जमानत पर हैं।