क्या शिवराज के उपवास से ठंडी होगी हिंसा की आग ?
भोपाल/मंदसौर: किसानों के गुस्से को ठंडा करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सुबह 11 बजे से भोपाल के दशहरा ग्राउंड में उपवास पर बैठेंगे. जहां वे लोगों से सीधी बात भी करेंगे. चारों ओर से घिरने के बाद शिवराज सिंह ने उपवास का गांधीवादी तरीका चुना है.
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बता दें कि किसानों के आंदोलन का आज दसवां दिन हैं. पुलिस की फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद आक्रोशित किसानो ने इस शांत प्रदेश को आंदोलन की आग में झुलसा दिया. इसके लिए शिवराज पर उँगलियाँ उठ रही थीं. ऐसे में शिवराज ने उपवास का दांव खेला है. क्या उपवास से लोगों किसानों की समस्याएं सुलझ जाएंगी यह प्रश्न अनुत्तरित है.
जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा किसानों के सुख -दुख में शिवराज साथ रहे हैं. किसान परेशान है इसलिए उपवास करेंगे. बातचीत का न्योता दिया है. शिवराज के उपवास पर बैठने की घोषणा के साथ ही भेल दशहरा मैदान पर तैयारियां तेज हो गई है.
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आपको बता दें कि शिवराज सिर्फ उपवास पर ही नहीं बैठेंगे बल्कि इसी मैदान से ही अपनी सरकार चलाकर जनता की समस्याएं भी सुनेंगे. सीएम चौहान के उपवास करने के निर्णय की कांग्रेस ने तीखी निंदा कर उपवास के फैसले का मजाक उड़ाया है. जबकि प्रदेश में सड़कों पर उतरे किसानों की उनकी फसल की सही कीमत मिले और कर्ज को माफ किया जाए यह मांग अब भी बाकी है. शिवराज ने अब तक इन मांगों पर किसानों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है.
स्मरण रहे कि मध्य प्रदेश में दो जून से किसान आंदोलन कर रहे हैं. मंदसौर में प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबल के आमने-सामने होने,पथराव और आंसू गैस के बाद जब गोलियां चली जिसमें पांच किसानों की मौत हो गई.इसके बाद यह आंदोलन और उग्र हो गया और तोड़ फोड़ और आगजनी ने इसे पूरे प्रदेश में फैला दिया.