जीवनशैली

क्‍या कभी रह कर देखा है पेड़ पर बने घरों में, अगर नहीं तो जरूर जाएं यहां

जरा ऐसी जगह की कल्‍पना कीजिए जहां जिधर नजर उठाओ उधर सिर्फ हरे-भरे पेड़-पौधे ही नजर आएं और इतना ही नहीं, बल्कि आप जिस घर में ठहरे हों वो ही पेड़ पर बना हो, चिडि़यों की चहचहाहट से आप

11_01_2017-tree-house-india

आप छुट्टियों पर बाहर जाते होंगे तो पूरे दिन आप घूमते होंगे, नई-नई चीजें देखते होंगे। मगर रात को वही भीड़-भाड़ के इलाकों के होटलों में जाकर सो जाते होंगे। कहने का मतलब कि अगर आप छुट्टियों पर निकले हैं तो पूरी ट्रिप को ही क्यों ना रोमांचक बनाया जाए, घर और होटल के कमरे में ज्यादा फर्क नहीं होता। इसकी बजाय रहने के लिए ऐसी जगह की कल्पना कीजिए जहां जिधर नजर उठाओ उधर सिर्फ हरे-भरे पेड़-पौधे ही नजर आएं और इतना ही नहीं, बल्कि आप जिस घर में ठहरे हों वो ही पेड़ पर बना हो, चिडि़यों की चहचहाहट से आपकी नींद खुले और घर से एक कदम बाहर निकालते ही खूबसूरत जंगल आपका स्वागत कर रहा हो..आप जरूर सिर्फ कल्पना मात्र भर से ही रोमांचित हो उठे होंगे। तो चलिए सिर्फ कल्पना ही क्यों करना, क्यों ना ऐसी जगह पर जाकर जीवंत अनुभव लिया जाए। यहां हम बात कर रहे हैं पेड़ पर बने घरों की, जो हमारे देश की कई मशहूर जगहों पर पर्यटकों के लिए बनाए गए हैं। इन्हें ट्री हाउस कहते हैं और यहां रहने का एक अलग ही रोमांच है। आपके लिए कई सारे विकल्प हैं और इनके लिए बहुत ज्यादा दूर जाने की भी जरूरत नहीं, हर राज्य के लोग खासी उत्सुकता के साथ हिमाचल प्रदेश और राजस्थान घूमने आते हैं और यहां भी ट्री हाउस में रहने का लुत्फ उठा सकते हैं। शुरुआत इनसे ही करते हैं- द ट्री हाउस रिजॉर्ट, जयपुर यह जयपुर से एक घंटे की दूरी पर स्थित बेहद खूबसूरत रिजॉर्ट है और यहां टीवी-एसी, वाई-फाई समेत सभी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। यहां आप जंगल सफारी और बर्ड वॉचिंग टूर का लुत्फ उठा सकते हैं और अगर कहीं जाने का मन ना करे तो यहां बैडमिंटन, फुटबॉल, वॉलीबॉल सब कुछ खेल सकते हैं। यहां तक कि यहां एक नेचर शॉप भी है जहां पेंटिंग्स व हैंडिक्राफ्ट्स बिकते हैं। रेस्टोरेंट और बार भी हैं, कहने का कुल मतलब ये है कि अगर आप यहां एक बार पहुंच गए तो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस आप यहां बिताए अपने हर एक पल को खुलकर जीएं और ताउम्र के लिए यादें समेट कर अपने साथ ले जाएं। 

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