स्वास्थ्य

खुद को ऐसे रखें डायबिटीज के खतरे से दूर? डॉक्टर से जानिए

दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारी बनती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की 2014 की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 422 मिलियन (42 करोड़ 20 लाख) थी। इसके बाद के सालों में भी डायबिटीज के मरीजों में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसके असर से इंसान को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे- अचानक हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेल होना, लिवर की समस्या, आंखें खराब होना आदि।

इसी कारण डायबिटीज के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज दिवस यानी World Diabetes Day के रूप में मनाया जाता है। इस साल यानी Diabetes Day 2019 की थीम है- Family and Diabetes यानी परिवार और मधुमेह। इसी सिलसिले में ओनलीमायहेल्थ ने सिद्धार्थनगर के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. राम आशीष से बात की और उनसे इस बारे में जाना कि डायबिटीज से अपनी फैमिली को बचाने के लिए आप क्या कर सकते हैं।

खतरे को समझें और नियमित जांच कराते रहें
अगर आपको अपने परिवार को और स्वयं को डायबिटीज के खतरे से बचाना है, तो सबसे पहले आपको उन स्थितियों को पहचानना होगा, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ाती हैं। आमतौर पर अगर आपके परिवार में पहले से किसी व्यक्ति को डायबिटीज रहा है, तो परिवार के अन्य सदस्यों को भी इसका खतरा होता है, मगर ऐसे मामलों में ज्यादातर टाइप 1 डायबिटीज होता है। अगर परिवार में डायबिटीज का इतिहास नहीं रहा है, तो गलत लाइफस्टाइल के कारण भी इसका खतरा होता है, मगर तब टाइप 2 डायबिटीज होता है। नीचे बताई गई बातें डायबिटीज के खतरे को बढ़ाती हैं, इसलिए डायबिटीज के खतरे को कंट्रोल करने के लिए इन पर ध्यान देना जरूरी है।

जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, उन्हें डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा देती है।
अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है तो भी डायबिटीज का खतरा रहता है।
प्रेग्नेंसी के समय मां को डायबिटीज रहा हो, तो भविष्य में बच्चे को डायबिटीज हो सकता है।
अगर किसी व्यक्ति को दिल की बीमारी हो, तो ये भी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है।
इसके अलावा 40 साल की उम्र से ज्यादा सभी लोगों को, जिनकी लाइफस्टाइल अच्छी नहीं है, डायबिटीज का खतरा रहता है।
डॉ. आशीष बताते हैं कि अगर ऊपर बताई गई कोई भी स्थिति आपसे मेल खाती है, तो आपको अपने ब्लड शुगर की नियमित जांच कराते रहना चाहिए।

शरीर आराम के लिए नहीं, काम के लिए है
डॉ. आशीष के अनुसार, “अगर कई इंसान दिनभर लेटा, बैठा या सोता रहेगा, तो उसका शरीर सैकड़ों रोगों का घर बनता जाएगा। इसलिए जरूरी है कि आप और आपकी फैमिली के सभी सदस्य एक्टिव रहें। थोड़ी बहुत मेहनत, कसरत, यानी कुछ न कुछ करते रहें। अगर आप एक्सरसाइज के लिए समय निकाल सकते हैं, तो रोजाना कम से कम 30-40 मिनट एक्सरसाइज करें। घर से बाहर नहीं जा सकते हैं, तो घर पर ही लाइट एक्सरसाइज करें, योगासन करें। अगर कोई शारीरिक समस्या है और कुछ नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम पैदल चलें, जॉगिंग करें। मगर शरीर को एक ही जगह पर टिकाकर घंटों बैठे नहीं रहें। शरीर को हिलाने-डुलाने से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, एनर्जी का इस्तेमाल होता है और ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है। डायबिटीज को ऐसे ही रोका जा सकता है, बाकी कोई तरीका नहीं है।”

खाने-पीने पर कंट्रोल है बेहद जरूरी
हमने डॉ. आशीष से सवाल पूछा कि खानपान की आदतों से डायबिटीज किस हद तक जुड़ा हुआ है, तो उनका जवाब था, “खानपान सिर्फ डायबिटीज नहीं, बल्कि शरीर की हर बीमारी से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके से जुड़ा हुआ है। बहुत अधिक कैलोरीज वाली चीजें या अधिक मीठी और फैट वाली चीजें खाने की आदत डायबिटीज को बढ़ावा देती है। इसके अलावा आजकल बाजार में मिलने वाले मीठे जूस, कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा आदि भी डायबिटीज को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि इनमें बहुत अधिक शुगर घुली होती है।”

उन्होंने आगे बताया, “अगर आप अपने परिवार को डायबिटीज के खतरे से बचाना चाहते हैं, तो खानपान की आदतों में कुछ छोटे-छोटे बदलाव कीजिए। जैसे- बाहर के बजाए घर के खाने को तवज्जो दें, मौसमी सब्जियों और फलों का सेवन कच्चा या पकाकर करें। जौ, गेंहूं, चना, मटर, मूंग, मसूर, मक्के आदि का सेवन रोजाना के खाने में किसी न किसी रूप में करते रहें। इसके अलावा सबसे बड़ी चीज जो डायबिटीज की रोकथाम के लिए जरूरी है, वो ये है कि नमक, चीनी और तेल- इन तीनों का सेवन बहुत कम मात्रा में करें। ये तीनों ही चीजें आपके शरीर को ढेर सारी बीमारियां दे सकती हैं।”

मोटापा कम करें
डॉ. आशीष ने मोपाटे को डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने कहा, “अगर फैमिली मेंबर्स को डायबिटीज के खतरे से बचाना है, तो इस बात को गांठ बांध लें कि किसी को भी मोटापा न होने पाए। मोटापा डायबिटीज के खतरे को बढ़ाता है। मोटापे को रोकने का तरीका भी वही है, जो मैं पहले ही बता चुका हूं। हेल्दी और सेहतमंद चीजें खाइये, एक्सरसाइज कीजिए, शरीर को मूव करते रहिए, एक जगह मत बैठिए और खूब पानी पीजिए। रोजाना कम से कम 10 ग्लास पानी पीना सभी के लिए जरूरी है। पानी न पीने की आदत भी कई बार शरीर में कई तरह के रोग पैदा कर सकती है।”

सिगरेट-शराब छोड़ दें
“सिगरेट और शराब की लत इन दिनों युवाओं में तेजी से बढ़ी है। एल्कोहल (शराब) और टोबैको (तंबाकू) दोनों ही आपके शरीर के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। जवानी के दिनों में भले ही आपको ये सब मजेदार लगता है, मगर उम्र बढ़ने के साथ जब कैंसर, डायबिटीज और हार्ट संबंधी बीमारियां सामने आती हैं, तो लोग चाहकर भी स्थिति को संभाल नहीं पाते हैं। मेडिकल साइंस ने काफी तरक्की कर ली है और आज लगभग हर बीमारी का इलाज संभव है। मगर ध्यान देने की बात ये है कि बचाव हमेशा इलाज से आसान होता है। अगर आप सिगरेट और शराब या इनमें से किसी एक की भी लत है, तो ये आपके शरीर, आपके स्वास्थ्य और आपके जीवन को कहां ले जाएगा, इस बारे में मैं भी नहीं बता सकता।”

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