गणेश चतुर्थी पर बन रहे हैं लक्ष्मी कारक योग, करें कुछ खास राशिनुसार
दस्तक टाइम्स /एजेंसी
इस बार यह चौथ वीरवार को पड़ रही है। गणेश चतुर्थी पर सूर्य, कन्या राशि में प्रवेश कर बुध व राहू के साथ आ जाएंगे। मान्यता है कि यदि इस तिथि को मंगल या रविवार पड़ जाए तो यह महाचतुर्थी कहलाती है। पढ़ें: हरितालिका तीज पर बन रहे हैं तीन महायोग, घर-परिवार में है वृद्धि करने का दिन धन से संबंधित आपको कोई भी समस्या है तो उसका निवारण गणेश चतुर्थी के दिन किया जा सकता है क्योंकि बृहस्पतिवार को स्वाति नक्षत्र में गणेश चतुर्थी आने से रूपए-पैसे के लिए खास माना जा रहा है। स्वाति नक्षत्र में गणपति पूजन से धन-दौलत की देवी लक्ष्मी तो आएंगी ही, सभी इच्छाएं भी पूरी होंगी। स्वाति नक्षत्र में गणेश चतुर्थी आने से लक्ष्मी कारक योग बनता है। यह धन सृमद्धि का ऐसा महाशक्तिशाली संयोग है जिसमें समाई है हर प्रकार की इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति। कौन-सी राशि वाले गणेश चतुर्थी पर क्या करें? मेष व वृश्चिक : गणेश जी को लाल या नारंगी वस्त्र, बूंदी के पीले लड्डू, अनार, लाल पुष्प चढ़ाएं। ‘ओम गं गणपत्ये नम:’ मंत्र का जाप करते हुए दूर्वा अर्थात हरी घास अर्पित करें। वृष व तुला : प्रतिमा पर श्वेत वस्त्र, सफेद फूल तथा मोदक चढ़ाएं। गणेश चालीसा का पाठ लाभदायक रहेगा। मिथुन व कन्या : गणेश जी की मूर्त या चित्र पर हरे वस्त्र, पान, हरी इलायची, दूर्वा, हरे मूंग, पिस्ता आदि चढ़ाएं और अथर्वशीर्ष का पाठ करें। कर्क : गुलाबी परिधान से मूर्त को सुशोभित करें। गुलाब के फूल मिश्रित खीर का भोग लगाएं और गायत्री गणेश का मंत्र जाप करें।\सिंह : रक्त वर्ण के वस्त्र, कनेर के या लाल पुष्प, गुड़ या गुड़ का हलवा अर्पित करें। संकट नाशक गणेश स्तोत्र का पाठ करें। धनु व मीन : इस राशि वाले लोग पीले वस्त्र, पीले पुष्प, बेसन के लड्डू, केले, पपीते का प्रसाद चढ़ाएं। गणेश बीज मंत्र का जाप करें।मकर व कुंभ : नीले वस्त्र, खोए का प्रसाद, आक के पत्ते, नीले फूल अर्पित करें। श्री गणेशाय नम: मंत्र का जाप करें।