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गोमती नदी में मिला सिपाही का शव, हड़कम्प

एडवोकेट जनरल की सुरक्षा में तैनात था बांदा निवासी मनोज कुमार शुक्ला
लखनऊ। गोमतीनगर क्षेत्र में एक सिपाही का शव सीओ कार्यालय के पास गोमती नदी में उतराता मिलने से हड़कम्प मच गया। सिपाही का शव मिलने की सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर आनन-फानन में मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। सिपाही के शव की शिनाख्त के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं आशंका है कि सिपाही की हत्याकर शव को फेंका गया है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।  थाना प्रभारी गोमतीनगर के मुताबिक, मूल रूप से बांदा निवासी मनोज कुमार शुक्ला (40) सिपाही के पद पर नियुक्त था। मनोज परिवार के साथ इन्दिरानगर के सेक्टर 16 में परिवार के साथ रहता था। पुलिस अधिकारियों की माने तो मनोज एडवोकेट जनरल की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात चल रहा था। सोमवार शाम लगभग 4ः30 बजे गोमती रिवर फ्रंट पर काम कर रहे मजदूरों ने वर्दी में गोमती नदी में शव देखा, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। वर्दी में सिपाही का शव गोमती नदी में मिलने की सूचना मिलते ही एडीजी जोन, एसएसपी दीपक कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर जांच पड़ताल शुरू की। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि सिपाही दो दिन पूर्व से घर नहीं पहुंचा था। परिजनों ने उसकी तलाश की थी लेकिन पता नहीं लग सका था। वहीं पुलिस का कहना है कि शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे और शव लगभग दो दिन पुराना है।
वादात के बाद पुलिस कयास लगा रही है कि मनोज नदी के किनारे कैसे पहुंचा। हालांकि पुलिस हादसा और हत्या के मामले में अभी उलझी हुई है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सिपाही के शरीर पर चोट के निशान थे, जिसके कारण हत्या की आशंका जाहिर की जा रही है। सिपाही का शव मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से शव को बाहर निकलवाया, जिसके बाद जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस का कहना है कि शव पूरी तरह से फूल चुका था। वहीं मृतक के वर्दी पर नेम प्लेट लगा हुआ था, जिसके चलते पुलिस आसानी से शिनाख्त कर सकी। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे। वहीं मृतक के पास से कुछ रुपये भी मिले थे।

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