अद्धयात्मराष्ट्रीय

चंद्र ग्रहण 2018: 36 साल बाद पड़ने वाला है ऐसा प्रभावी चंद्र ग्रहण

साल का पहला पूर्ण चंद्रग्रहण

31 जनवरी 2018 को हिंदी पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्‍ल पक्ष की पूर्णिमा पर इस वर्ष का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण पड़ रहा है। ये चंद्र ग्रहण संपूर्ण भारत सहित अमेरिका, कनाडा, इंडोनेशिया न्‍यूजीलैंड और ऑस्‍ट्रेलिया जैसे विश्‍व के कुछ अन्‍य देशों में भी दिखाई देगा। पंडित दीपक पांडे के अनुसार ये चंद्र ग्रहण अनोखा प्रभाव लेकर आ रहा है। ये चंद्रग्रहण मात्र एक कर्मकांड से जुड़े लोगों के लिए ही नहीं बल्‍कि खगोलशास्‍त्रियों और वैज्ञानिकों के लिए भी महत्‍वपूर्ण है। इसकी 77 मिनट की अवधि में बहुत कुछ ऐसा है जिसे सामान्‍य नहीं कहा जा सकता। चंद्र ग्रहण 2018: 36 साल बाद पड़ने वाला है ऐसा प्रभावी चंद्र ग्रहण

अदभुद खगोलीय घटना

ये अनोखी खगोलीय घटना है जो इससे पूर्व 1982 में देखी गई थी। इस दिन पूर्ण चंद्रग्रहण तो दिखेगा ही इसके अलावा एक समय होगा जब सुपर मून और ब्‍लू मून भी दिखाई देगा। सुपरमून में चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है और चंद्रमा सामान्‍य की तुलना में 14 प्रतिशत ज्यादा बड़ा और 30 प्रतिशत तक ज्यादा चमकीला दिखाई देता है। वहीं ब्‍लूमून का अर्थ है कि चांद का नीचे का हिस्‍सा ऊपरी हिस्‍से की तुलना में ज्‍यादा चमकीला दिखेगा। ये संयोग करीब 36 वर्ष बाद होने जा रहा है। 

व्‍यापक प्रभावये कोई आसमान पर घटित होने वाली सामान्‍य प्राकृतिक घटना भर नहीं है बल्‍कि इसका प्रभाव मनुष्‍य, प्रकृति, जीव जंतुओं और सामजिक स्‍थितियों सभी पर पड़ता है। इस बार का चंद्र ग्रहण भी देश की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्‍थितियों को प्रभावित करेगा। जहां रेल और हवाई दुर्घटनाओं में कमी आयेगी वहीं आपराधिक मामलों में वृद्धि आने की संभावना है, अगर महिलाओं से जुड़े अपराध घटेंगे तो भ्रष्‍टाचार के नये नये माले सामने आ सकते हैं। 

 

Related Articles

Back to top button