चाय की चुस्की होगी महंगी
दस्तक टाइम्स/एजेंसी –
नई दिल्लीः वेस्टर्न इंडिया टी डीलर्स एसोसिएशन ने कहा है कि चाय की खेती को लाइसेंस से मुक्त करने और चाय की नीलामी के जरिए बिक्री किए जाने से इसी गुणवत्ता के साथ ही कीमतों पर भी असर पड़ेगा। एसोसियेशन के अध्यक्ष पीयूष देसाई ने कहा कि सरकार ने सभी चाय बगानों के उत्पादों को ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेचने का प्रस्ताव किया है। इसके माध्यम से सरकार चाय की कीमतों में होने वाले अनावश्यक उतार-चढ़ाव को रोकने और कीमतों में स्थिरता लाना चाहती है। इसके लिए सरकार ने टी मार्कीटिंग कंट्रोल ऑर्डर को संशोधित किया है। साथ ही सरकार चाय की खेती के लिए लाइसेंस लेने के नियम को भी समाप्त करना चाहती है। अभी टी बोर्ड से अनुमति लेने के बाद ही चाय का बगान लगाया जा सकता है लेकिन अब सरकार ने चाय अधिनियम 1953 को संशोधित करने का प्रस्ताव किया है जिसमें कोई भी व्यक्ति इसकी खेती कर सकेगा।
देसाई ने कहा कि चाय का स्वाद मौसम के अनुसार बदलता रहता है। एक ही बगान की चाय का टेस्ट अलग-अलग महीने और मौसम में भिन्न होता है। चाय की खेती कर कोई नहीं कर सकता है। इसके लिए बहुत सावधानी बरतने के साथ ही बगान के करीब ही चाय के पत्तों को प्रसंस्कृत करने की जरूरत होती है और इसके भंडारण में गड़बड़ी होने पर पूरी चाय खराब हो सकती है। इसलिए इसकी खेती की अनुमति हर किसी को दिए जाने से पहले उन्हें प्रशिक्षित करने की जरूरत है।