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चेतेश्वर पुजारा पर भड़के फैंस, बोले- अब नहीं रहे आप हमारे रोल मॉडल

टीम इंडिया के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 72 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारत की टेस्ट सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही फैन उन्हें ‘चीटर’ कहकर बुलाने लगे. दरअसल, पुजारा को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में दर्शकों ने ‘चीटर’-‘चीटर’ कहकर हूट किया. हुआ हूं कि सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में चेतेश्वर पुजारा को लेकर बड़ा विवाद हुआ. मैच के चौथे दिन सौराष्ट्र के पुजारा विपक्षी गेंदबाज विनय कुमार की गेंद पर नॉट आउट करार दिए गए.

चेतेश्वर पुजारा पर भड़के फैंस, बोले- अब नहीं रहे आप हमारे रोल मॉडलजबकि गेंद पुजारा के बल्ले को छूकर गई थी, लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया. रिप्ले में पता चला कि गेंद पुजारा के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के पास गई थी. ऐसे में पुजारा की खेल भावना पर सवाल उठने लगे हैं. चिन्नास्वामी स्टेडियम में दर्शकों ने उन्हें ‘चीटर’ कहकर बुलाया. सोशल मीडिया पर भी चेतेश्वर पुजारा की आलोचना हो रही है. फैंस ने पुजारा की द्रविड़ से तुलना करते हुए कहा कि पुजारा और द्रविड़ मेरे रोल मॉडल नहीं रहे. फैंस ने तुलना करते वीडियो पोस्ट की जब राहुल द्रविड़ 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वनडे मैच में नॉट आउट करार दिए गए थे.

बता दें कि इस मैच में पुजारा के शतक की बदौलत सौराष्ट्र ने तीसरी बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में स्थान बना लिया. एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में दूसरे सेमीफाइनल के पांचवें दिन सौराष्ट्र ने मेजबान कर्नाटक को 5 विकेट से मात दी. अब तीन फरवरी से शुरू हो रहे फाइनल में सौराष्ट्र का मुकाबला विदर्भ से होगा. पुजारा को अंपायर सैयद खालिद की गलती का फायदा मिला. पुजारा को इस मैच में दो जीवनदान मिले, जिसके लिए खराब अंपायरिंग जिम्मेदार रही. अंपायरिंग का स्तर औसत ही रहा है. बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार अंपायर सैयद खालिद को नकारात्मक अंक मिलना तय है और उन्हें अगले सत्र में निचले ग्रेड में भेजा जा सकता है.

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