पंचकूला में सुबह से ही तनाव बढ़ने लग गया था, लेकिन पुलिस और अधिकारी फ्लैग मार्च ही करते रहे।
6 बजे: सभी बार्डर सील किसी को पंचकूला दाखिल नहीं होने दिया।
7 बजे: सीबीआई कोर्ट परिसर में दस कंपनियां तैनात।
8 बजे: अधिकारियों का आना जाना शुरू हुआ।
9 बजे: पता चला डेरामुखी चल दिया तो पुलिस अलर्ट।
10 बजे: डीसी डीसीपी और मजिस्ट्रेट कोर्ट परिसर में पहुंचे।
11 बजे: अधिकारियों ने हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई को लेकर बैठक की।
12 बजे: बैठक चलती रही डीसी और मजिस्ट्रेट टैंक पर डटे रहे।
01 बजे: सीबीआई जज जगबीर सिंह भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पहुंचे।
02 बजे:डेरामुखी जीरकपुर पहुंचे और दूसरी कोर्ट का स्टाफ वहीं बंद रह गया।
02 बजकर 05 मिनट डेरामुखी की पंचकूला एंट्री।
02 बजकर 25 मिनट पर डेरामुखी कोर्ट पहुंचा।
03 बजे:डेरामुखी दोषी करार, आर्मी वेस्टर्न कमांड से निकल कर पंचकूला दाखिल हुई।
03 बज कर 10 मिनट पर माहौल अशांत हुआ समर्थक भड़के, सेक्टर 23 में सबसे पहले आंसू गैस छोड़ी।
03 बजकर 15 मिनट पर कालका शिमला हाईवे पर सेक्टर तीन के सामने ओबी वैन फूंकी।
03 बजकर 40 मिनट पर डीसी पंचकुला ने लाठी चार्ज के आदेश, खुद भी जैकेट पहनकर भिड़ी।
03 बजकर 20 मिनट पर हैफेड चौक के पास डेरा समर्थको ने पुलिस पर फायर किया और वहां खड़ी गाड़ियां जला दी, इस दौरान पुलिस भाग गई।
04 बजे: स्थिति अनियंत्रित होती देख पुलिस और आर्मी ने फायर खोला।
06 बजे: चार से छह बजे के बीच पुलिस और डेरा समर्थक उलझे रहे इस दौरान घायलों को भी हस्पताल लाते रहे।
07 बजे: पुलिस कमिश्नर और डीसीपी आर्मी और सीआरपीएफ अस्तपाल पहुंची, अस्पताल डेरा समर्थकों ने घेर लिया था।