मनोरंजन

जिया खान खुदकुशी मामले में सीबीआई को मिली फटकार

एक विशेष अदालत ने अभिनेत्री जिया खान खुदकुशी मामले में आरोप-पत्र के कुछ अंश मीडिया को लीक करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो jiah-khan-56694bcbbd6a4_l(सीबीआई) को आड़े हाथ लिया और कहा कि यह बहुत गंभीर बात है। अदालत ने जांच एजेंसी को भविष्य में बहुत सतर्क रहने का निर्देश दिया। सीबीआई द्वारा इस मामले में अपना आरोप-पत्र दायर करने के दो दिन बाद आरोपी सूरज पंचोली आज विशेष महिला अदालत में पेश हुए। अदालत ने मामला 18 जनवरी तक स्थगित कर दिया। 
 
आरोपपत्र से खुश नहीं जिया की मां
सूरज जैसे ही आरोपपत्र की प्रति एकत्रित करके गये, विशेष न्यायाधीश एएस शेंदे ने मामला स्थगित कर दिया और कहा कि मुझे पता चलने से पहले आरोपपत्र के अंश मीडिया को पता कैसे चल गये। उन्होंने चेताया कि सीबीआई एक मात्र जरिया है, जहां से यह लीक हुआ। यह बहुत गंभीर बात है। 
 
भविष्य में इसे लेकर सतर्क रहिए। इस बीच, अदालत के बाहर जिया की मां राबिया खान ने कहा कि वह आरोपपत्र से संतुष्ट नहीं हैं। जिया की मां ने कहा कि मैं आरोपपत्र से खुश नहीं हूं, बहुत कुछ खुलासा किया जाना है। आरोपपत्र में कहा गया कि हाल में हिन्दी फिल्म उद्योग में पदार्पण करने वाले सूरज (25 वर्ष) पर सीबीआई ने जिया को खुदकुशी के लिए कथित रूप से उकसाने का आरोप लगाया था। 
 
तोड़-मरोड़ कर पेश की गई जानकारी
सितंबर 2012 में फेसबुक पर दोनों की मुलाकात हुई और कुछ समय में दोस्ती गहरे संबंधों में बदल गई। अदालत में दायर आरोपपत्र के अनुसार, तीन जून 2013 को जब जिया की मां को उसके घर पर जिया फांसी पर लटकी मिली, वह सुबह सूरज के घर से निकली थी। सूरज और जिया दो दिन से एक साथ रह रहे थे। 
 
सीबीआई के अनुसार, सूरज के बयानों के से पता चलता है कि उसने तथ्य छिपाए और पूछताछ के दौरान जानकारियां तोड़-मरोड़ कर पेश कीं। विशेष अदालत में दायर आरोपपत्र की विस्तृत जानकारियां देते हुए सीबीआई वे दावा किया कि 26 वर्षीय नफीसा रिजवी उर्फ जिया के खुदकुशी मामले में एजेंसी द्वारा दायर आरोपपत्र का हिस्सा रहे विश्लेषण ने साबित किया कि सूरज घटना के पीछे के असली कारण के बारे में जरूरी जानकारी छिपा रहे हैं और उनके द्वारा दिये गये बयान अधूरे तथा तोड़-मरोड़ कर पेश किये गये हैं।

Related Articles

Back to top button