उत्तर प्रदेश

जीवन में गणित की उपयोगिता से छात्रों को अवगत कराना आवश्यक

सीएमएस में अन्तर्राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता का शुभारम्भ आज से

लखनऊ: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस द्वारा आयोजित ‘इण्डिया इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स कम्पटीशन (इण्डिया आईएमसी-2017)’ में बाल गणितज्ञों के मार्गदर्शन हेतु लखनऊ पधारे गणित विशेषज्ञों डा. सिमोन एल चुआ, प्रेसीडेन्ट, मैथेमेटिक्स ट्रेनर्स गिल्ड, फिलीपीन्स एवं प्रो. वेन सीन सन, चेयरमैन, एक्जीक्यूटिव बोर्ड ऑफ आई.एम.सी., ताईवान ने आज यहाँ सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में कहा कि जीवन में गणित की उपयोगिता से छात्रों को अवगत कराना चाहिए। गणित विषय में प्रारम्भ में छात्रों को कुछ कठिनाइयां आती हैं किन्तु इनसे विचलित होने की आवश्यकता नही है। बचपन से ही छात्रों में गणित की रुचि पैदा करनी चाहिए क्योंकि साथ ही यह बच्चों व किशोरों के बौद्धिक विकास का अचूक मंत्र है। विदित हो कि सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के तत्वावधान में आयोजित ‘इण्डिया इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स कम्पटीशन (इण्डिया आईएमसी-2017)’ का भव्य उद्घाटन कल 26 जुलाई, बुधवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित हो रहा है। प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इस अन्तर्राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता में 30 देशों के लगभग 1500 बाल गणितज्ञ व गणित विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रहे हैं। आज देश-विदेश के अनेकों छात्र दल लखनऊ पधारे, जिनका लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत हुआ। लखनऊ आगमन पर यह छात्र दल काफी प्रसन्नचित व उत्साहित दिख रहे थे एवं भारतीय संस्कृति के अनुसार हुए अपने स्वागत से काफी प्रभावित दिखे।

प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार व्यक्त करते हुए डा. साइमन एल चुआ, प्रेसीडेन्ट, मैथेमेटिक्स ट्रेनर्स गिल्ड, फिलीपीन्स ने कहा कि कम्प्यूटर, विज्ञान व अन्य सभी विषयों की आधारशिला गणित ही है। यदि गणित का विकास न हुआ होता तो वर्तमान में हम जो वैज्ञानिक प्रगति देख रहे हैं वह सिर्फ कल्पना होती वास्तविकता नही। वास्तव में आज की वैज्ञानिक प्रगति का श्रेय भी गणित विषय को जाता हैं। प्रो. वेन सीन सन, चेयरमैन, एक्जीक्यूटिव बोर्ड ऑफ आई.एम.सी., ताईवान ने कहा कि गणित तथा विज्ञान ने पूरी दुनियॉ को एक दूसरे के निकट लाकर खड़ा कर दिया है और पूरी दुनियॉ सिमट कर एक गांव के रूप में विकसित हो गई है। इस आयोजन में विभिन्न देशों के छात्र अपने ज्ञान का प्रदर्शन तो करेंगे ही, साथ ही एक-दूसरे से दोस्ती करने का अवसर भी मिलेगा। प्रेस कान्फ्रेन्स में उपस्थित प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि वर्तमान समय में जब विश्व एक ”ग्लोबल विलेज“ का रूप धारण कर रहा है तब गणित की उपयोगिता और अधिक बढ़ गयी है। आज जरूरत इस बात की है कि गणित की पढ़ाई को किताबों से निकालकर खेल और जीवन की अन्य गतिविधियों से जोड़ा जाए जिससे यह विद्यार्थियों को और दिलचस्प लगे। इण्डिया आईएमसी-2017 की संयोजिका एवं सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती स्वप्ना मंशारमानी ने कहा कि यह आयोजन भारत में ही नहीं अपितु विश्व में गणित का सबसे बड़ा आयोजन साबित होने जा रहा है जिसमें 30 देशों के अत्यन्त प्रतिभावान छात्र गणित की विभिन्न विधाओं के रहस्य उजागर करने लखनऊ में एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर एकजुट हुए हैं।

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