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झिड़ी मेले में गुरदीप न्यूयार्क से आकर लगाते हैं लंगर

jhidi-mela-5652a47936086_exlstबाबा जित्तो के देव स्थान पर लगने वाले झिड़ी मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इन श्रद्धालुओं में कुछ ऐसे भी हैं जो न सिर्फ बाबा जित्तो और बुआ कौड़ी के यहां माथा टेकते हैं, बल्कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर का आयोजन भी करते हैं।

गुरदीप सिंह लंगर लगाने के लिए हर वर्ष न्यूयार्क (अमरीका) से आते हैं। ‘अमर उजाला’ से बातचीत में गुरदीप सिंह (बिट्टू) ने बताया कि वह अपने परिवार की परंपरा को निभाते आ रहे हैं।

इससे पहले उनके पिता सरदारा सिंह फौजी लंगर लगाया करते थे। वर्ष 1993 में उनका देहांत होने के बाद से कुछ देर के लिए वह लोग नहीं आ पाए, लेकिन गत दस वर्षों से गुरदीप सिंह अपने साथियों के साथ लंगर लगाने झिड़ी में पहुंच रहे हैं।

उनका यह लंगर झिड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में चलता है। उन्होंने बताया कि वह गत 27 वर्षों से अमरीका में काम कर रहे हैं, लेकिन वह बच्चों को भारत में ही शिक्षा दे रहे हैं, जिससे बच्चे अपनी सभ्यता से जुडे़ रहें।

उन्होंने बताया कि वह हर वर्ष दिवाली पर भारत आते हैं। यहां बच्चों और परिवार से साथ समय बिताने के अलावा बाबा जित्तो के दरबार में लंगर लगाते हैं, जिससे उनको आत्मिक शांति मिलती है। उन्होंने बताया कि छह दिनों तक लंगर को चलाने के बाद वह वापस न्यूयार्क चले जाएंगे।

 

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