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‘टीना डाबी के IAS बनने में है इनका योगदान’

एजेंसी/ tina-dabi-650_051116072358देश की प्रशासनिक सेवा की सबसे कठिन परीक्षा में अव्वल स्थान पर चयनित प्रतियोगी छात्रों में नंबर-एक टीना डाबी और नंबर-दो अतहर आमिर खान की सफलता से आरएसएस का क्या रिश्ता हो सकता है? टीना और अतहर को भले ही इस बारे में कोई जानकारी न हो, लेकिन आरएसएस से जुड़ी संस्था ‘संकल्प’ का दावा है कि दोनों की सफलता में उसकी कोचिंग का पूरा योगदान है.

न सिर्फ टीना डाबी और अतहर आमिर खान, बल्कि‍ इस साल सिविल सेवा परीक्षा में में सफल करीब 60 फीसदी यानी 646 सफल प्रतियोगी छात्रों की सफलता को ‘संकल्प’ ने अपनी कोचिंग का नतीजा बताया है. कोचिंग संस्थान ने यह दावा अपनी कार्यकारिणी के सदस्यों को लिखे एक आंतरिक पत्र में किया है. यही नहीं, ‘संकल्प’ ने अगले महीने 17 जुलाई को दिल्ली में सिविल सेवा में उसके मार्गदर्शन में सफल सभी अभ्यर्थियों का अभिनंदन कार्यक्रम भी आयोजित किया है.

डॉ. कृष्णगोपाल छात्रों को करेंगे संबोधि‍त
चिट्ठी में लिखा गया है कि उक्त कार्यक्रम में सभी सफल छात्रों को आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल संबोधित करेंगे. ‘संकल्प’ के परिपत्र के मुताबिक, कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री जगमोहन और गुजरात के मौजूदा राज्यपाल ओपी कोहली भी मौजूद रहेंगे. संस्था की ओर से इस मार्गदर्शन कार्यक्रम को ‘गुरु सम्मान समारोह-2016’ का नाम दिया गया है.

‘कोचिंग ने इस साल तोड़े पुराने रिकॉर्ड’
यह पहली बार नहीं है कि ‘संकल्प’ की ओर से गुरु सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है. आरएसएस से जुड़े सूत्रों का कहना है, हर साल ‘संकल्प’ सिविल सेवा के सफल उम्मीदवारों का अभिनंदन कार्यक्रम करता है. पहले भी इन कार्यक्रम में आरएसएस के बड़े केंद्रीय नेता शामिल होते रहे हैं. संस्थान के लिए 2016 का कार्यक्रम इसलिए खास बन गया है, क्योंकि परिपत्र में दावा किया गया है कि सिविल सेवा में ‘संकल्प’ की कोचिंग के सफल उम्मीदवारों के प्रतिशत और संख्या ने इस साल पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.

टॉप 100 में 76 ‘संकल्प’ से!
बताया जाता है कि कोचिंग संस्थान को इस साल जो सफलता मिली है, ऐसी सफलता पहले कभी नहीं मिली. परिपत्र के मुताबिक, सिविल सेवा परीक्षा के टॉप-100 सफल प्रतिभागियों में से 76 ‘संकल्प’ से जुड़े हुए हैं. संस्थान से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पूरे देश में बीते 15 साल में ‘संकल्प’ के मार्गदर्शन में सिविल सेवा पास करने वाले अफसरों की तादाद 5000 के पार जा चुकी है. यानी हर राज्य में हर कैडर में ‘संकल्प’ की बदौलत चुने गए अफसरों की पकड़ है.

2001 में रखी गई ‘संकल्प’ की बुनियाद
गौरतलब है कि आरएसएस से जुड़े रहे अवकाश प्राप्त प्रशासनिक अधिकारियों ने साल 2001 में दिल्ली में ‘संकल्प’ संस्था की बुनियाद रखी थी. इसके जरिए कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग शुरू की गई. सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के सफल प्रतियोगी छात्रों को मुफ्त में इंटरव्यू गाइडेंस के साथ ‘संकल्प’ का काम शुरू हुआ. इसे दिल्ली के अवकाश प्राप्त प्रशासनिक अधिकारी संतोष तनेजा ने शुरू किया और धीरे-धीरे संस्थागत रूप दे दिया गया.

ऐसे बढ़ा कोचिंग का दायरा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन, वीएचपी के अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल के छोटे भाई और पूर्व आईपीएस बीपी सिंघल की सक्रियता ने ‘संकल्प’ के काम को गति दी और बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस के पास क्रिश्चन कॉलोनी में संस्था ने छात्रों के लिए हॉस्टल और आरकेपुरम में हेडक्वार्टर के जरिए अपनी गतिविधियों का दायरा बढ़ाया.

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