इशरत जहां मुठभेड़ प्रकरण के आरोपी पूर्व आईपीएस अधिकारी डी.जी वंजारा ने कहा कि वह मानते हैं केंद्र की मौजूदा सरकार राष्ट्रवादी है और यह राष्ट्रहित के मुद्दों से पीछे नहीं हटेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि इशरत जहां मुठभेड़ को लेकर हुए राजनीतिक खेल अथवा षडयंत्र के चलते उन्हें और गुजरात पुलिस को काफी तकलीफ सहनी पड़ी है।
गुजरात में उनके प्रवेश पर लगी अदालती बंदिश हटने के मद्देनजर कल उनकी संभावित वापसी से पूर्व एक गुजराती समाचार चैनल से बातचीत में वंजारा ने कहा कि उन्हें हमेशा से उम्मीद थी कि वह जेल से बाहर आ जाएंगे क्योंकि उन्होंने अथवा उनके साथी पुलिस अधिकारियों ने कुछ भी गलत नहीं किया था।
उन्होंने जो कुछ भी किया था वह देश हित में तथा कानून और संविधान के दायरे में था। वह अब सेवानिवृत्त होने के बाद भी देश के लिए काफी कुछ करने की इच्छा रखते हैं।
गौरतलब है कि यहां सीबीआई की विशेष अदालत ने गत दो अप्रैल को उनके गुजरात प्रवेश पर लगी अपनी रोक को हटा लिया था। इसके चलते अब वह एक साल पूर्व गत फरवरी माह में जमानत मिलने के बाद से मुंबई में अपने प्रवास को समाप्त कर कल अपने गृह प्रदेश गुजरात लौट आएंगे।
वंजारा ने अगले साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के बारे में पूछे गए एक सवाल का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया, हालांकि उन्होंने कहा कि वह एक पुलिस अधिकारी होने के बावजूद सार्वजनिक जीवन जीते रहें है और आगे भी ऐसा ही करेंगे। उन्होंने केवल इतना ही कहा कि अभी 2017 बाद की बात है।