ज्ञान भंडार

डॉक्‍टर, इंजीनियर ही नहीं इन 10 करियर ऑप्‍शन में है भरपूर कमाई

12वीं पास करने के बाद आप डॉक्‍टर, इंजीनियर बनने के बजाय कोई कोई नई राह चुनना चाहते हैं तो आपके लिए हैं ये 10 बेस्‍ट करियर ऑप्‍शन. जानें लीक से हटकर मगर हिट करियर ऑप्‍शन के बारे में.

12वीं पास करने के बाद आप डॉक्‍टर, इंजीनियर बनने के बजाय कोई कोई नई राह चुनना चाहते हैं तो आपके लिए हैं ये 10 बेस्‍ट करियर ऑप्‍शन. जानें लीक से हटकर मगर हिट करियर ऑप्‍शन के बारे में.

 डिजास्टर मैनेजमेंट में करियर:प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने के साथ ही इस समस्‍या से निपटने वालों की भूमिका अहम हो गई है. इस समस्‍या से निपटने का काम काम करते हैं डिजास्टर मैनेजमेंट प्रोफेशनल. जिन्‍हें इस खास काम के लिए ट्रेंड किया जाता है. डिजास्टर मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स का काम आपदा के शिकार लोगों की जान बचाना और उन्हें नई जिंदगी देना है. देश के कई मैनेजमेंट इंस्‍टीट्यूट डिजास्टर मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट से लेकर पीजी डिप्लोमा लेवल के कोर्स कराते है. वहीं कई यूनिवर्सिटी में डिग्री लेवल कोर्स भी हैं. इसके लिए 12वीं पास होना जरूरी है.

डिजास्टर मैनेजमेंट में करियर:प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने के साथ ही इस समस्‍या से निपटने वालों की भूमिका अहम हो गई है. इस समस्‍या से निपटने का काम काम करते हैं डिजास्टर मैनेजमेंट प्रोफेशनल. जिन्‍हें इस खास काम के लिए ट्रेंड किया जाता है. डिजास्टर मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स का काम आपदा के शिकार लोगों की जान बचाना और उन्हें नई जिंदगी देना है. देश के कई मैनेजमेंट इंस्‍टीट्यूट डिजास्टर मैनेजमेंट में सर्टिफिकेट से लेकर पीजी डिप्लोमा लेवल के कोर्स कराते है. वहीं कई यूनिवर्सिटी में डिग्री लेवल कोर्स भी हैं. इसके लिए 12वीं पास होना जरूरी है.

 राफ्टिंग में बनाएं करियर:एडवेंचर पसंद करने वाले लोग अक्‍सर बिजी शेड्यूल से वक्‍त निकालकर समंदर की लहरों के बीच राफ्टिंग करने निकल पड़ते हैं. लेकिन अगर यह आपकी हॉबी में शामिल है तो आप इस क्षेत्र में करियर भी बना सकते हैं. साहसी युवाओं के लिए इसके लिए करियर की संभावनाएं हैं. इसके लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना बेहद जरूरी है. संस्थानों द्वारा राफ्टिंग का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाता है. आवेदनकर्ता की शारीरिक जांच की जाती है. आपके अंदर छिपे साहस को परखने के लिए राफ्टिंग गाइड के साथ खतरनाक राफ्टिंग ट्रेक पर भेजा जाता है. इसमें सफल होने पर उसे प्रशिक्षण के लिए चुन लिया जाता है.

राफ्टिंग में बनाएं करियर:एडवेंचर पसंद करने वाले लोग अक्‍सर बिजी शेड्यूल से वक्‍त निकालकर समंदर की लहरों के बीच राफ्टिंग करने निकल पड़ते हैं. लेकिन अगर यह आपकी हॉबी में शामिल है तो आप इस क्षेत्र में करियर भी बना सकते हैं. साहसी युवाओं के लिए इसके लिए करियर की संभावनाएं हैं. इसके लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना बेहद जरूरी है. संस्थानों द्वारा राफ्टिंग का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाता है. आवेदनकर्ता की शारीरिक जांच की जाती है. आपके अंदर छिपे साहस को परखने के लिए राफ्टिंग गाइड के साथ खतरनाक राफ्टिंग ट्रेक पर भेजा जाता है. इसमें सफल होने पर उसे प्रशिक्षण के लिए चुन लिया जाता है.

 टूल्स डिजाइनिंग में संवारे करियर:अगर आपकी रुचि मशीनरी में है तो आप टूल डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं. टूल डिजाइनिंग के तहत टूल्स विश्लेषण और डिजाइनिंग पर जोर दिया जाता है. जिन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स किया है वे टूल डिजाइनिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं. आईटीआई कोर्स करने वालों को पहली प्राथमिकता दी जाती है.

टूल्स डिजाइनिंग में संवारे करियर:अगर आपकी रुचि मशीनरी में है तो आप टूल डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं. टूल डिजाइनिंग के तहत टूल्स विश्लेषण और डिजाइनिंग पर जोर दिया जाता है. जिन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स किया है वे टूल डिजाइनिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं. आईटीआई कोर्स करने वालों को पहली प्राथमिकता दी जाती है.

 साइबर लॉ में करियर की ढेरों संभावनाएं:कुछ सालों पहले तक लॉ की पढ़ाई का मतलब कोर्ट में काला कोट पहनकर वकील बनने से लगाया जाता था, लेकिन अब जमाना बदल गया है. आज लॉ की पढ़ाई में कई ऐसे कोर्सेज हैं, जिनमें स्‍पेशलाइजेशन हासिल कर बेहतर करियर बनाया जा सकता है. ऐसा ही एक कोर्स है साइबर लॉ. साइबर लॉ में करियर बनाने के लिए आपकों लॉ की डिग्री हासिल करनी होगी, जिसके बाद आप साइबर लॉ में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं. 

साइबर लॉ में करियर की ढेरों संभावनाएं:कुछ सालों पहले तक लॉ की पढ़ाई का मतलब कोर्ट में काला कोट पहनकर वकील बनने से लगाया जाता था, लेकिन अब जमाना बदल गया है. आज लॉ की पढ़ाई में कई ऐसे कोर्सेज हैं, जिनमें स्‍पेशलाइजेशन हासिल कर बेहतर करियर बनाया जा सकता है. ऐसा ही एक कोर्स है साइबर लॉ. साइबर लॉ में करियर बनाने के लिए आपकों लॉ की डिग्री हासिल करनी होगी, जिसके बाद आप साइबर लॉ में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं. 

 लैंडस्केपिंग आर्किटेक्चर में बनाएं अपना करियर:अगर आप बिल्डिंग निर्माण के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो लैडस्केपिंग आर्किटेक्चर आपके करियर के लिए बेहतर विकल्प होगा. इस कोर्स को करने के लिए साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है. इसमें मुख्य रूप से बिल्डिंग के आउटडोर पब्लिक एरिया को प्राकृतिक रूप से डिजाइन किया जाता है, जिसमें वाटर बॉडी, स्टोन, टाइल्स, पेड़-पौधे को आकर्षक बनाया जाता है.

लैंडस्केपिंग आर्किटेक्चर में बनाएं अपना करियर:अगर आप बिल्डिंग निर्माण के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो लैडस्केपिंग आर्किटेक्चर आपके करियर के लिए बेहतर विकल्प होगा. इस कोर्स को करने के लिए साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है. इसमें मुख्य रूप से बिल्डिंग के आउटडोर पब्लिक एरिया को प्राकृतिक रूप से डिजाइन किया जाता है, जिसमें वाटर बॉडी, स्टोन, टाइल्स, पेड़-पौधे को आकर्षक बनाया जाता है.

 स्टेटिस्टिक्स में करियर और जॉब के मौके: गणितीय तरीके से डेटा के प्रेजेंटेशन, एनालिसिस, इंटरप्रेटेशन करने के विज्ञान को स्टेटिस्टिक्स कहते हैं. स्टेटिस्टिक्स को हिन्दी में सांख्यिकी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ रहा है. आज इसका इस्तेमाल मार्केटिंग, एग्रीकल्चर, फार्मा, मीडिया सहित कई अन्य जगहों पर होता है. जिन्होंने 12वीं कॉमर्स से किया है, वे बैचलर डिग्री में स्टेटिस्टिक्स ले सकते हैं या जिन्होंने ग्रेजुएशन गणित से किया है वे भी स्टेटिस्टिक्स की पढ़ाई मास्टर्स लेवल पर कर सकते हैं. अगर आप स्टेटिस्टिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट हो जाते हैं तो आपको नौकरी पाने के अधिक मौके मिलेंगे.

स्टेटिस्टिक्स में करियर और जॉब के मौके: गणितीय तरीके से डेटा के प्रेजेंटेशन, एनालिसिस, इंटरप्रेटेशन करने के विज्ञान को स्टेटिस्टिक्स कहते हैं. स्टेटिस्टिक्स को हिन्दी में सांख्यिकी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ रहा है. आज इसका इस्तेमाल मार्केटिंग, एग्रीकल्चर, फार्मा, मीडिया सहित कई अन्य जगहों पर होता है. जिन्होंने 12वीं कॉमर्स से किया है, वे बैचलर डिग्री में स्टेटिस्टिक्स ले सकते हैं या जिन्होंने ग्रेजुएशन गणित से किया है वे भी स्टेटिस्टिक्स की पढ़ाई मास्टर्स लेवल पर कर सकते हैं. अगर आप स्टेटिस्टिक्स से पोस्ट ग्रेजुएट हो जाते हैं तो आपको नौकरी पाने के अधिक मौके मिलेंगे.

सिस्‍मोलॉजिस्‍ट बनाएं अपना करियर:भूकंप से आप शायद ही अनजान होंगे. यह एक प्राकृतिक आपदा है. लोग भूकंप का नाम सुनकर ही कांप उठते हैं. पर भूकंप कैसे आता है और आखिर क्या होती हैं भूकंप की तरंगे जिनसे धरती पर भारी उथल- पुथल मच जाती है? ऐसे सवाल आपके मन में अकसर आते होंगे. इस प्रकार के जिज्ञासु प्रवृत्ति के लोग सिस्‍मोलॉजी कोर्स कर सकते हैं. अगर 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स जैसे सब्‍जेक्‍ट हैं तो आप सिस्‍मोलॉजी में अपना करियर बना सकते हैं.

सिस्‍मोलॉजिस्‍ट बनाएं अपना करियर:भूकंप से आप शायद ही अनजान होंगे. यह एक प्राकृतिक आपदा है. लोग भूकंप का नाम सुनकर ही कांप उठते हैं. पर भूकंप कैसे आता है और आखिर क्या होती हैं भूकंप की तरंगे जिनसे धरती पर भारी उथल- पुथल मच जाती है? ऐसे सवाल आपके मन में अकसर आते होंगे. इस प्रकार के जिज्ञासु प्रवृत्ति के लोग सिस्‍मोलॉजी कोर्स कर सकते हैं. अगर 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स जैसे सब्‍जेक्‍ट हैं तो आप सिस्‍मोलॉजी में अपना करियर बना सकते हैं.

 फार्माकोविजिलेंस में बनाएं करियर:बचपन से मेडिसिन की पढ़ाई का सपना था पर सफलता नहीं मिलने की वजह से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाए तो निराश होने की कोई बात नहीं. अब आपके पास एक ऐसा ऑप्‍शन है जो आपके अधूरे सपने को पूरा कर सकता है. हालांकि इस कोर्स को करने के बाद आप एमबीबीएस की डिग्री तो नहीं पा सकेंगे लेकिन एक डॉक्टर का फर्ज जरूर निभा सकेंगे. फार्माकोविजिलेंस का संबंध दवाइयों की उपलब्धता, डिस्ट्रीब्यूशन, पहुंच, इस्तेमाल और इससे जुड़ी दूसरी समस्‍याओं से भी है. इस फील्‍ड में विदेशों में भी नौकरियों की संभावनाएं हैं.

फार्माकोविजिलेंस में बनाएं करियर:बचपन से मेडिसिन की पढ़ाई का सपना था पर सफलता नहीं मिलने की वजह से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाए तो निराश होने की कोई बात नहीं. अब आपके पास एक ऐसा ऑप्‍शन है जो आपके अधूरे सपने को पूरा कर सकता है. हालांकि इस कोर्स को करने के बाद आप एमबीबीएस की डिग्री तो नहीं पा सकेंगे लेकिन एक डॉक्टर का फर्ज जरूर निभा सकेंगे. फार्माकोविजिलेंस का संबंध दवाइयों की उपलब्धता, डिस्ट्रीब्यूशन, पहुंच, इस्तेमाल और इससे जुड़ी दूसरी समस्‍याओं से भी है. इस फील्‍ड में विदेशों में भी नौकरियों की संभावनाएं हैं.

 पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बनाए अपना करियर:अगर आप अपने करियर को लेकर चिंतित हैं तो पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं. इस क्षेत्र में आज प्रोफेशनल्‍स की बड़ी मांग है. पेट्रोलियम इंजीनियरिंग को पेट्रोइंजीनियरिंग या पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग भी कहा जाता है. अगर आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपके पास 12वीं में साइंस होनी चाहिए. 12वीं पास करने के बाद आप पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं.

पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बनाए अपना करियर:अगर आप अपने करियर को लेकर चिंतित हैं तो पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं. इस क्षेत्र में आज प्रोफेशनल्‍स की बड़ी मांग है. पेट्रोलियम इंजीनियरिंग को पेट्रोइंजीनियरिंग या पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग भी कहा जाता है. अगर आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपके पास 12वीं में साइंस होनी चाहिए. 12वीं पास करने के बाद आप पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं.

 ऑन डिमांड करियर है चिप डिजाइनर:अगर आप इंजीनियरिंग कर रहे हैं और टेक्निकल के साथ-साथ कोई चैलेंजिंग और क्रिएटिव वर्क भी करना चाहते हैं, तो चिप डिजाइनिंग में करियर बना सकते हैं. चिप सिलिकॉन का एक छोटा और पतला टुकडा होता है, जो मशीनों के लिए इंटीग्रेटेड सर्किट बेस का काम करता है. इस क्षेत्र से जुड़ने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स, टेली कम्यूनिकेशन या कम्प्यूटर साइंस में बीई या बीटेक की डिग्री होनी जरूरी है.

ऑन डिमांड करियर है चिप डिजाइनर:अगर आप इंजीनियरिंग कर रहे हैं और टेक्निकल के साथ-साथ कोई चैलेंजिंग और क्रिएटिव वर्क भी करना चाहते हैं, तो चिप डिजाइनिंग में करियर बना सकते हैं. चिप सिलिकॉन का एक छोटा और पतला टुकडा होता है, जो मशीनों के लिए इंटीग्रेटेड सर्किट बेस का काम करता है. इस क्षेत्र से जुड़ने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स, टेली कम्यूनिकेशन या कम्प्यूटर साइंस में बीई या बीटेक की डिग्री होनी जरूरी है.

 

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