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दलित छात्र खुदकुशी मामले पर कुलपति का दावा, ‘मंत्रियों या मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कोई दबाव नहीं था’

हैदराबाद : निलंबन के बाद दलित छात्र के आत्महत्या करने से उठे विवाद में आए हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) 0.jpg-nggid03281-ngg0dyn-160x120x100-00f0w010c011r110f110r010t010के कुलपति अप्पा राव ने कहा कि युवक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों या मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से कोई ‘दबाव नहीं’ था ।

उन्होंने यह भी दावा किया कि युवक रोहित वेमुला ने अपने सुसाइड नोट में निलंबन को आत्महत्या का कारण नहीं बताया है। कुलपति ने यह भी कहा कि उन्होंने एबीवीपी नेता पर हमले में कथित तौर पर शामिल छात्रों की पृष्ठभूमि के मद्देनजर उनके खिलाफ कार्रवाई में नरमी बरते जाने का पक्ष लिया था, जिससे कि पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्हें स्कॉलरशिप मिलती रहे ।
कुलपति ने कहा, ‘मैं निश्चित नहीं हूं कि क्या असल में निलंबन आत्महत्या का कारण है । छात्र द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट से तो कम से कम ऐसा नहीं लगता ।’ राव ने कहा कि वह एक कीमती जीवन के जाने और शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित होने से बेहद दुखी हैं ।

उन्होंने कहा, ‘कोई दबाव नहीं था । हमने हमें मिले पत्रों को सामान्य पत्रों के रूप में लिया । किसी भी मंत्री या मंत्रालय के किसी अधिकारी से कोई फोन कॉल नहीं आई ।’

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