दिल्लीः पुलिस ने किया लूट का खुलासा, तिहाड़ जेल में बना था गैंग
दिल्ली के महरौली इलाके में पिछले महीने हुई लूट की एक वारदात में एसटीएफ ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 12 लाख 35 हजार रुपए की नकदी, सोने की चेन, कार और लूट की रकम से खरीदा एक मोबाइल फोन जब्त किया है.
पुलिस के मुताबिक, 21 अक्टूबर को महरौली थाने में पवन शर्मा नामक युवक ने तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पवन पेशे से एक प्रापर्टी डीलर है. पवन ने पुलिस को बताया था कि एस.के. सावरिया नामक एक व्यक्ति उसके पास प्रॉपर्टी खरीदने के मकसद से आया था.
पवन ने उसे छतरपुर इलाके में प्रापर्टी दिखाई थी. पवन के मुताबिक, एस.के. सावरिया ने पवन का घर खरीदने की इच्छा जाहिर की. सौदा तय हो गया. घटना वाले दिन सावरिया अपने दो साथियों के साथ पवन के घर पहुंचा. इस बीच सावरिया ने अपने एक और साथी को वहां बुला लिया.
जिसके बाद सभी ने मिलकर पवन और उसकी पत्नी को बंधक बना लिया और घर से 45 लाख रुपए के गहने, नकदी और प्रॉपर्टी के दस्तावेज लूट लिए. फरार होने से पहले आरोपियों ने पवन को धमकी दी कि अगर वह पुलिस के पास गया तो वह लोग दस्तावेज जला देंगे.
पवन ने पुलिस को घटना की सूचना दी. सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया. जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी विजेंद्र को 1 लाख 85 हजार रुपये के साथ दबोच लिया. विजेंद्र की निशानदेही पर पुलिस ने बाकी आरोपियों को भी पकड़ लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 लाख 35 हजार रुपए नकद, सोने की चेन, कार और लूट की रकम से खरीदा एक मोबाइल फोन बरामद किया है.
विजेंद्र से पूछताछ में पता चला कि 1986 में तिहाड़ जेल में हत्या के मामले में सजा काटने के वक्त वह रवि नामक बदमाश के संपर्क में आया था. बाहर आकर रवि के साथ मिलकर उसने लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया. विजेंद्र ने बताया कि वह लोग खासकर हवाला कारोबारियों को अपना निशाना बनाने की कोशिश करते थे.