दिल्ली टू कालका हिमालयन क्वीन ट्रेन का इंजन फेल, हड़कंप
दिल्ली से कालका जा रही हिमालय क्वीन का इंजन फेल होने से लोगों में हड़कंप मच गया। करीब 35 मिनट यात्री ट्रैक पर फंसे रहे। घटना कालका-पिंजौर ट्रैक पर हुई और इसके कारण लंबा जाम भी लग गया। दिल्ली से कालका आ रही हिमालयन क्वीन ट्रेन के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई।
इंजन खराब होने के कारण ट्रेन पिंजौर की अब्दुल्लापुर कॉलोनी के पास करीब आधा घंटा रुकी रही। इस बीच कालका-पिंजौर के बीच बना रेलवे फाटक बंद रहा, जिससे सड़क पर जाम लग गया। इसके चलते ट्रेन यात्री तो परेशान हुए ही साथ ही सड़क पर जाम लगने से बस यात्रियों व अन्य को दिक्कत का सामना करना पड़ा।
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से कालका आने वाली हिमालयन क्वीन का कालका पहुंचने का समय सुबह 11:10 बजे है। लेकिन वह निर्धारित समय से 35 मिनट लेट थी। जब वह पिंजौर की अब्दुल्लापुर कॉलोनी के पास दोपहर करीब 11:45 बजे पहुंची तो उसके पावर इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। इस बीच ट्रेन लगभग आधा घंटा ट्रैक पर खड़ी रही। ट्रेन में आए पावर फॉल्ट को ठीक करने के बाद ट्रेन दोपहर 12 बजकर 13 मिनट पर कालका के लिए रवाना हो सकी।
ट्रेन का इंजन फेल होने से कालका-पिंजौर के बीच बना रेलवे फाटक भी बंद रखा गया। हालांकि फाटक एक बार कुछ समय के लिए खोला गया। लेकिन पहले ही व्यस्त रहने वाले पिंजौर-शिमला हाईवे पर कई किलोमीटर दूर तक जाम लग गया। फाटक के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
इस दौरान यातायात सामान्य होने में काफी समय लगा। जिस कारण वाहन चालकों व यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। लोगों में रेलवे के खिलाफ गुस्सा था कि ट्रेन खराब होकर ट्रैक पर खड़ी हो गई। इससे हजारों लोगों को फाटक बंद कर परेशान किया गया। लोगों ने कहा कि रेलवे को अपनी व्यवस्था और समन्वय सिस्टम को और मजबूत करने की जरूरत है।
ट्रैफिक को संभालने की कोशिश की
इस बारे में स्टेशन सुपरिंटेंडेंट एमपी पटेल से बात की तो उन्होंने बताया कि हिमालयन क्वीन के इंजन में बुधवार को सुबह तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी, इसी कारण गाड़ी ट्रैक पर खड़ी रही। रेलवे नियमों के तहत जब गाड़ी पिछले स्टेशन से चलती है तो अगला रेलवे फाटक बंद कर दिया जाता है और जब तक ट्रेन नहीं गुजर जाती वह बंद रहता है। लेकिन इस दौरान गाड़ी अधिक समय तक ट्रैक पर रुकती है तो गेटमैन पर निर्भर होता है कि वह फाटक को किस प्रकार हैंडल करे। हमने भी ट्रैफिक को नियंत्रित करने की कोशिश की है।