दिल्ली

दिव्यांश केस : डिप्टी सीएम ने जताई साजिश की आशंका

divyansh_1454747642दस्तक टाइम्स एजेन्सी/नई दिल्ली। दिल्ली के डिप्टी सीएम और एजुकेशन मिनिस्टर मनीष सिसोदिया ने रेयान इंटरनेशन स्कूल के स्टूडेंट दिव्यांश की मौत के मामले में साजिश की आशंका जताई है। मीडिया की खबरों के मुताबिक डिप्टी सीएम ने बताया कि उन्होंने दिव्यांश के माता-पिता के आरोपों के संबंध में रेयान इंटरनेशनल की सफाई जानने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
और क्या कहा डिप्टी सीएम ने
-सिसोदिया ने कहा कि माता-पिता की ऑब्जरवेशन है कि बच्चे के एनल प्वाइंट पर रूई लगी हुई थी, इसे इग्नोर किया जा रहा है। यह एक बड़ी घटना की तरफ इशारा कर रहा है। मैं एक बार फिर से रिपोर्ट की स्टडी करूंगा और जरूरी एक्शन लिया जाएगा।
-सिसोदिया ने कहा कि जांच रिपोर्ट यह बताती है कि किस तरह एक प्राइवेट स्कूल ऐसी घटना के प्रति लापरवाह हो सकता है।
-सिसोदिया ने कहा जिस तरह से वह बच्चा उस जगह पहुंच गया जहां आम बच्चा नहीं पहुंच सकता था और जिस तरह मैनेजमेंट ने उसे बचाने से मना कर दिया और एक 11वीं के बच्चे ने उसे बचाया।
-डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर एक प्राइवेट स्कूल का मैनेजमेंट और उसका स्टाफ बच्चों की सिक्योरिटी के साथ खिलवाड़ करता है तो यह सभी के दिमाग में डर पैदा करने वाला है।
-सिसोदिया ने कहा, ‘मुझे लगता है इसमें और गंभीरता से जांच की जरूरत, क्या है, कैसे है यह रिपोर्ट की और स्टडी करने के बाद बताएंगे।
दिव्यांश के पिता ने क्या कहा?
-इस बीच दिव्यांश के पिता ने कहा, ‘मैंने डेड बॉडी देखी है, उस पर कुछ लाल निशान थे और प्राइवेट पार्ट पर कॉटन लगी हुई थी।’
-यही वजह है कि हम मामले की सीरियस इनवेस्टीगेशन चाहते हैं। पुलिस ने मुझसे कॉन्टैक्ट करने की कोशिश ही नहीं की है और हमसे कोई सवाल भी नहीं पूछे हैं। उन्होंने दावा किया कि मामले में कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है और इसे दबाया जा रहा है।
-मैं कुछ सवाल उठा रहा हूं पुलिस को इन्हें भी देखना चाहिए लेकिन वह तो रेयान स्कूल क्या कह रहा है उस पर फोकस कर रही है।
क्या कहती है मजिस्ट्रेट जांच
-दिल्ली सरकार ने अपनी मजिस्ट्रेट जांच में पाया है कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल के अधिकारियों की जानबूझकर निष्क्रियता (“deliberate” inaction)जो गंभीर आपराधिक लापरवाही के बराबर है, उसकी वजह से छह साल के दिव्यांश मौत हुई।
-रिपोर्ट सरकार को सौंपी दी गई है।
-रिपोर्ट में कहा गया है, स्कूल के अधिकारियों ने बच्चे को देख लिया लेकिन कुछ नहीं किया ।
-रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विमिंग कोच ने पानी के टैंक से बच्चे को बचाने से इनकार कर दिया। दूसरे सभी कर्मचारी भी खड़े देखते रहे।
-11 वीं क्लास का एक स्टूडेंट अपनी जान को जोखिम में डालकर पानी के टैंक में घुसा।
रिपोर्ट में स्कूल अधिकारियों द्वारा दिव्यांश को स्पेशल चाइल्ड बताए जाने की भी आलोचना की गई है।
30 जनवरी को हुई थी दिव्यांश की मौत
-बता दें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ने वाला 6 साल का दिव्यांश 30 जनवरी को स्कूल के सेप्टिक टैंक में गिर गया था।
-पुलिस ने कहा कि बच्चा 7वें पीरियड में लापता हो गया और उसके बाद बच्चे की बॉडी वाटर टैंक में पाई गई।
-पुलिस के मुताबिक उसे घटना की जानकारी स्कूल नहीं अस्पताल की तरफ से मिली।
– घटना के बाद स्कूल सवालों के घेरे में आ गया था।सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर दिव्यांश वाटर टैंक तक कैसे पहुंचा। दो घंटे तक क्लासरूम से गायब होने के बावजूद क्यों किसी ने उसकी सुध नहीं की

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