उत्तराखंडराज्य

देशभक्ति के रंग में रंगा देहरादून, राज्यपाल ने ली परेड की सलामी

गुरुवार को राजधानी देहरादून सहित राज्यभर में धूमधाम से 68वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। दून स्थित परेड ग्राउंड में बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस परेड कड़ी सुरक्षा में हुई। शहर में विभिन्न संस्‍थानों और स्कूलों में इस मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
राज्यपाल केके पाल ने सुबह साढे़ दस बजे परेड की सलामी ली। सुरक्षा की दृष्टि से यहां चार पुलिस उपाधीक्षक, 12 थानाध्यक्ष, 37 उप निरीक्षक, 116 कांस्टेबल, 30 महिला कांस्टेबल, पीएसी की दो प्लाटून के अलावा खुफिया तंत्र से जुडे़ लोग मुस्तैद रहे। बारिश की संभावना के मद्देनजर ग्राउंड में वाटर प्रूफ टेंट लगाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल ने जिले भर में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

उधर पूर्व संध्या में संदिग्धों की तलाश में चेकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस अधीक्षक नगर अजय सिंह की अगुवाई में बम निरोधक दस्ते और एलआईयू की टीम ने शहर के होटलों और सार्वजनिक स्थलों पर संदिग्धों की तलाशी ली। परेड के दौरान शहर का ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा। परेड ग्राउंड जीरो जोन घोषित होने के कारण सिटी बस, विक्रम और ऑटो का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है। 

गणतंत्र दिवस पर जांबाजों का सम्मान

दून स्थित परेड ग्राउंड में बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस परेड कड़ी सुरक्षा में हुई। शहर में विभिन्न संस्‍थानों और स्कूलों में इस मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।

गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी के परेड ग्राउंड में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

एनसीसी कैडेट्स और पुलिस के जवानों द्वारा परेड की गई।

महाराष्ट्र के पुलगांव में सेना के सबसे बड़े हथियार भंडार में लगी भीषण आग में शहीद हुए हरिद्वार के ले. कर्नल रणजीत सिंह पंवार को मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया है। शहीद रणजीत सिंह पंवार की पढ़ाई डीपीएस रानीपुर से हुई। उनके पिता बहादुर सिंह पंवार भेल के सेवानिवृत्त कर्मी हैं। शहीद की पत्नी भी आर्मी में मेजर थी, लेकिन उन्होंने सेवानिवृत्ति लेकर बैंक में सुरक्षा ऑफिसर की नौकरी कर ली।

केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल में कमांडेंट दून निवासी किशोर प्रसाद को राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है। किशोर वर्तमान में जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले में तैनात हैं। मूल रूप से कंडारस्यूं पट्टी टिहरी जिले के किशोर एसजीआरआर पीजी कॉलेज से एमएससी करने के बाद वर्ष 1993 में सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट नियुक्त हुए। वे लंबे समय तक उग्रवाद प्रभावित राज्यों में तैनात रहे। साथ ही उन्होंने नक्सल प्रभावित राज्यों में भी अपनी सेवाएं दीं। वह आपदा प्रबंधन क्षेत्र में भी प्रशिक्षण देते हैं।

प्रखंड जयहरीखाल अंतर्गत ग्राम सकमुंडा निवासी वीरेंद्र सिंह रौतेला को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से नवाजा गया है। वह वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में  सहायक कमांडर के पर तैनात हैं। 18 जून 1964 को जन्मे वीरेंद्र सिंह रौतेला ने 1982 में राइंका जयहरीखाल (लैंसडौन) से इंटर परीक्षा उर्तीण की व 29 जून 1983 को वे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में भर्ती हुए। भर्ती होने के बाद भी पढ़ाई जारी रखी व 1987 में जयहरीखाल महाविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की। सीआरपीएफ में  कार्मिक निरीक्षक पद पर कार्यरत रौतेला वर्तमान में डेपुटेशन पर एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो दस्ते में सहायक कमांडर-प्रथम के तौर पर तैनात हैं।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के निरीक्षक पौड़ी (ग्राम कोलरी) निवासी अरुण कुमार को राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है। यह पदक गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति प्रदान करेंगे। बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट पुष्पेंद्र चौधरी ने बताया कि यह पदक अरुण कुमार को सीमा सुरक्षा बल में सराहनीय कार्य के लिए दिया जा रहा है।

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