दस्तक-विशेषस्वास्थ्य

देसी पापड़ को कड़ी टक्कर दे रहे चाइनीज चिप्स-पापड़

shrimp-chips-12लखनऊ । होली बेहद करीब है और ऐसे में हर घरों में चिप्स और पापड़ों के साथ पार्टी शुरू होने वाली है। लेकिन इस बार घरों में देसी चिप्स पापड़ों की बजाए विदेशी पापड़ों की घुसपैठ हो गई है। रंगीले रंगों आकर्षक डिजाइनों और दाम में कम इस चाइजीन चिप्स पापड़ों की मांग देसी पापड़ों की अपेक्षा बढ़ गई है। शहर के प्रमुख बाजारों में चाइनीज चिप्स पापड़ भारतीय पापड़ व चिप्सों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इनके लाल हरे पीले सफेद पीले सहित कई रंगों की शेड रंग-बिरंगे कलर और आकर्षक डिजाइनर लोगों को अपनी ओर खींच रहे है। इनके दाम भी देसी आलू के चिप्स पापड़ और चावल के पापड़ों के मुकाबले कम हैं।
दोनों के दामों में मामूली फर्क है लेकिन डिजाइन और रंगों के मामले में चाइनीज पापड़ घरेलू पापड़ों को मात दे रहे हैं। डिजाइनर और कई रंग के चाइनीज पापड़ 11० से 2०० रुपये प्रति किलो में मिल रहे हैं। वहीं आलू के घरेलू चिप्स की कीमत 12० से 22० रुपये किलो तक हैं। आलमबाग बाजार में पापड़-चिप्स बेचने वाले मनीष वर्मा गुप्ता बताते हैं कि छोटे-छोटे चाइनीज पापड़-चिप्स फ्राई करने पर बड़े आकार के हो जाते हैं। ये चावल आलू और मैदा से बनाये गये हैं। इनका टेस्ट भी घरेलू पापड़ों से अलग है। लेकिन लोगों को इनके आकार और रंग पसन्द आ रहे हैं। इस लिए इनकी बिक्री बढ़ रही है। अमीनाबाद के दुकानदार रमेश सिन्हा बताते हैं कि पिछले साल भी चाइनीज पापड़ बाजर में आए थे लेकिन इनकी डिमांड और बिक्री इतनी नहीं थी कि जितनी इस बार देखने को मिल रही है। लोग देशी आलू और चावल के पापड़ों के बजाए आकार में छोटे और तलने पर बड़े होने वाले विदेशी पापड़ों की मांग अपनी ओर से कर रहे है।

दाम के बारे में उन्होंने कहा कि महंगाई के चलते इस बार घरेलू पापड़-चिप्स की कीमत में करीब 2० से 3० प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। शायद इस कारण भी लागों में चाइनीज पापड़ों की मांग बढ़ी हो। वहीं रवि बताते हैं कि लोगों में होली के रंगों की तरह कलरफुल चिप्स-पापड़ों की मांग बढ़ गई है। इसलिए वह आम घरेलू रंगों में सादे चिप्स पापड़ों की बजाए रंग बिरंगे चाइनीज पापड़ों को पसन्द कर रहे हैं।

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