धर्म परिवर्तन का आरोप, आठ लोग हिरासत में
अलीगढ़ : धर्म परिवर्तन के नाम पर एक बार फिर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। आगरा रोड स्थित गांव मईनाथ में दलित परिवार को बरगला कर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने आठ लोगों को शनिवार को हिरासत में ले लिया। उधर, हिरासत में लिए गए लोगों को छुड़ाने के लिए शहर की कोतवाली में हजारों की भीड़ एकत्र हो गई। कोतवाली के घेराव से शहर का माहौल एकाएक गरमा गया। सराफा बाजार, बड़ा बाजार, हलवाई खाना समेत कई बाजारों के शटर धड़ाधड़ गिर गए और भगदड़ मच गई। इस तरह के हालात देखकर प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए और मडराक थाने में धर्मांतरण के आरोप में हिरासत में लिए लोगों को रिहा करने को मजबूर होना पड़ा। इसके बाद ही भीड़ कोतवाली से हटी। शहर के करीब 12 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर गांव मईनाथ है। इस गांव में 95 फीसदी लोग दलित (घुमुंतू) जाति के लोग रहते हैं। गांव प्रधान सतीश चंद्र लोधी के मुताबिक पिछले छह माह से गांव के ही सूरजपाल के यहां कुछ लोग आ रहे थे। वह लोग दलित परिवार के लोगों को पक्का मकान बनवाने और अच्छा खाना-पीना मुहैया कराकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते थे। शुक्रवार की शाम गांव में तीन महिलाएं और आठ पुरुष फिर सूरजपाल के घर आए।
आरोप है कि शनिवार की सुबह उन्होंने घर में ही नमाज अदा की और बाहर निकलकर कुछ लोगों से धर्म की बातें करने लगे। इसको लेकर पिछले कुछ समय से नाराज ग्रामीणों ने इन लोगों को पकड़ लिया। ग्राम प्रधान ने लेखपाल संजय शर्मा और कानूनगो चमनलाल को बुला लिया। दोनों के साथ दर्जनों की संख्या में ग्रामीण सभी को पकड़कर थाना मडराक ले आए। गांव मईनाथ निवासी देवेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र पाल, रामबाबू, राजवीर और देवराज ने संयुक्त तहरीर पुलिस को दी। तहरीर में साफ तौर पर आरोप है कि पिछले करीब छह माह से सभी लोग बराबर गांव में आ रहे थे। वे यहां के लोगों से संपर्क कर उन्हें धर्म बदलकर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए कह रहे हैं। रात में ग्रामीणों के लिए इन लोगों ने खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था की और बिरयानी व फल आदि बांटे। तहरीर के आधार पर पुलिस ने महिलाओं को छोड़ दिया, जबकि कथित धर्मांतरण कराने वाले आठ लोगों के अलावा सूरजपाल को हिरासत में ले लिया।