नेपाल में बारिश से उत्तर बिहार में बढ़ा बाढ़ का खतरा, नदी किनारे के जिलों में अलर्ट
मुजफ्फफपुर: नेपाल, गंडक और बागमती नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में एक बार फिर बारिश हो रही है। इसके कारण बाल्मीकि नगर स्थित गंडक बराज से मंगलवार की दोपहर में 136700 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हुआ। मंगलवार की दोपहर से बागमती के जलस्तर में कटौझा और बेनीबाद में फिर से वृद्धि हो रही है। जबकि गंडक एवं बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में अभी भी कमी आ रही है। आगे और बारिश की संभावना जताते हुए जल संसाधन विभाग ने नदियों के किनारे के जिलों में अलर्ट किया है। बताया गया है कि अगले तीन दिनों तक नेपाल व उत्तर बिहार में माध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इससे इन जिलों में बाढ़ का संकट फिर से गहरा सकता है।
जल ग्रहण क्षेत्र में एक बार फिर से बारिश शुरू हो जाने से जिले से गुजरने वाली बागमती, गंडक और बूढ़ी गंडक के साथ बागमती की पुरानी धारा के फिर से उफनने का खतरा पैदा हो गया है। इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ इसके खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर फिर से बाढ़ पीड़ितों की परेशानी बढ़ने की आशंका है। हालांकि, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में 17 सेंटीमीटर की कमी आने से शहर के आसपास के क्षेत्रों के लोगों की परेशानी कम हुई है।
जल संसाधन विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार गंडक नदी का जलस्तर रेवा घाट में खतरे के निशान 54.41 से नीचे 53.42 मीटर, बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर शहर के सिकंदरपुर में खतरे के निशान 52.53 से नीचे 51.59 तथा बागमती नदी का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान 55.23 नीचे 53.98 मीटर पर है।