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नेशनल ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में इसो ने बनाया नेशनल रिकार्ड

kashmir-cycling-556b1371497c9_exlअंडमान निकोबार के खिलाड़ी इसो ने पीएयू के वैलोड्रम ग्राउंड में शुरू हुई 68वीं सीनियर, 45वीं जूनियर तथा 31 सब जूनियर नेशनल ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में अंडर-14 की 500 मीटर टाइम ट्रायल रेस 35.99 सेकेंड में पूरी कर नेशनल रिकार्ड बनाया है।

इससे पहले लुधियाना के कुलबीर ने 1996 में 26वीं नेशनल चैंपियनशिप में रिकार्ड बनाया था। इसो ने इस प्रतियोगिता में अंडमान निकोबार का प्रतिनिधित्व किया है। इसो ने बताया कि एक साल से वह साइकिलिंग की प्रैक्टिस कर रहा है और इस समय इंडिया कैंप में प्रैक्टिस कर 2018 में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप व 2020 में होने वाले ओलंपिक की तैयारियां कर रहा है। लक्ष्य इन प्रतियोगिताओं में सोने का पदक हासिल कर देश का नाम रोशन करना है। इसो ने बताया कोच सुभेंदु गुप्ता की बदौलत ही आज वह इस मुकाम तक पहुंचा है। बताया कि टाइम ट्रायल रेस के बाद अब स्प्रिट गेम की भी प्रैक्टिस शुरू करेगा।

चार साइकिल पर दस खिलाड़ी करते थे प्रेक्टिस
इसो ने बताया कि मां निले फारेस्ट डिपार्टमेंट में और पिता अलबन फायर ब्रिगेड में काम करते है। मां का ट्रांसफर दूर होने के कारण डाइट व पाकेट मनी की प्राब्लम रहती थी। मां भी कबड्डी, एथलेटिक में नेशनल प्लेयर रह चुकी है। इसो ने बताया कि उसकी रुचि वाटर स्पोर्ट्स में थी। सभी दोस्त साइकिलिंग में जा रहे थे। इसलिए मेरा भी दिल किया कि मैं भी साइक्लिंग करूं। मनी प्राब्लम होने के कारण खाना पीना समय पर नहीं होता था। कोच सुभेंदु गुप्ता मेरे लिए ग्राउंड में डाइट लेकर आते थे। चार साइकिल पर दस खिलाड़ी बारी-बारी से प्रैक्टिस करते थे।

अंडमान में साई सेंटर ने नहीं रखा था: इसो
इसो ने बताया कि अंडमान में प्रैक्टिस के दौरान वहां साई सेंटर में ट्राई किया था। हाइट कम होने की वजह से उसे नहीं रखा गया। इसके बात केरल में फरवरी-2015 में हुए केरल नेशनल ट्रैक चैंपियनशिप में दो सिलवर मेडल हासिल किए । इसके बाद एशिया कप के ट्रायल तीन सितंबर को हुए, जिसमें अंडर-16 के खिलाड़ियों को 500 मीटर रेस में बीट कर आगे बढ़ा। इस समय दिल्ली के साई सेंटर के कोच शिनु से कोचिंग ले रहा हूं।

 

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