दस्तक टाइम्स/एजेंसी- छत्तीसगढ़:
रायपुर. रायपुर स्टेशन से केंद्री तक दो लाख लोगों को राहत देने वाले नैरोगेज एक्सप्रेस हाइवे की जमीन मार्च तक सरकार को मिल जाएगी। मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर 6 नवंबर को केंद्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु से फाइनल बातचीत कर लेंगे।
इसके बाद रायपुर से केंद्री तक पटरी हटकर सड़क बनने लगेगी। केंद्री से धमतरी तक छोटी लाइन को ब्राड गेज लाइन में बदलने का काम शुरू हो जाएगा। नई सड़क राजधानी के दस वार्डों और माना तथा केंद्री गांवों को कनेक्ट करेगी। नई राजधानी जाने के लिए यह सबसे आसान मार्ग होगा। रायपुर डीआरएम राहुल गौतम के मुताबिक शासन से जैसे ही प्रस्ताव आएगा, संभवत: मार्च तक जमीन देने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
175 करोड़ की जमीन
सौ फीट चौड़े एक्सप्रेस-वे के लिए 87 हेक्टेयर अर्थात लगभग 217 एकड़ जमीन लगेगी। रेलवे ने जमीन की कीमत 175 करोड़ लगाई है, लेकिन सरकार 132 करोड़ पर तैयार है। मुख्यमंत्री और रेलमंत्री की बैठक में इसका रास्ता निकल जाएगा। पूरी सड़क रेलवे की जमीन पर बन जाएगी।
एक किमी में 12 करोड़ खर्च
रायपुर से केंद्री तक रेलवे की जमीन पर बनने वाली सड़क पर राज्य सरकार एक किमी पर करीब 12 करोड़ खर्च करेगी। दरअसल राज्य सरकार के आला अफसरों ने सीएम को बताया कि पहले मेट्रो चलाने के लिए जो योजना तैयार की गई थी उसमें एक किमी में 2500 करोड़ का खर्च आ रहा था। इस वजह से वह योजना महंगी हो गई थी। ऐसे में इस सड़क पर खर्च कम होने की वजह से ये आसानी से पूरा हो सकता है और इससे लाखों लोगों को सीधी राहत मिलेगी। बड़े फायदे की बात पर ही इस योजना को मुख्यमंत्री की मंजूरी मिल पाई।
बंद होगी छोटी ट्रेन
एक्सप्रेस हाइवे के साथ ही राजधानी से धमतरी तक छोटी लाइन की ट्रेनें बंद हो जाएगी। अभी ट्रेनें तेलीबांधा से धमतरी व अभनपुर तक चल रही हैं। रेलवे अफसरों ने बताया कि नेरोगेज की ट्रेनें लगातार घाटे में चल रही हैं, इसलिए सड़क का काम शुरू होते ही इसे बंद कर दिया जाएगा।
केंद्री से धमतरी ब्राडगेज
केंद्री से अभनपुर, राजिम और धमतरी तक 67 किमी बची हुई छोटी लाइन को रेलवे ब्राड गेज में बदल रहा है। रेलवे को इस काम में 582 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है। शनिवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने इसका टेंडर कर दिया। इसके पहले, 7 नवंबर को पात्र ठेकेदारों की बैठक होगी।
हर क्रासिंग पर ओवरब्रिज
रायपुर स्टेशन से केंद्री एक्सप्रेस हाइवे फाफाडीह, देवेंद्र नगर, पंडरी, राजातालाब, शंकर नगर और तेलीबांधा में वार्डों की सड़कों को क्रास करेगा। शदाणी दरबार के पास एनएच-30 से भी गुजरेगा। सभी क्रासिंग पर 30 से 50 मीटर के ओवरब्रिज और तीन अंडरब्रिज बनेंगे, ताकि पूरी रोड बैरियर-फ्री रहे।
सड़क होगी उपयोगी
दो साल पहले से छोटी लाइन पर एक्सप्रेस हाइवे बनाने का प्लान बन रहा है। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद काम तेज होगा। यह सड़क रायपुर और नई राजधानी के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होगी।
रोजाना की राहत को ऐसे समझें
कनेक्टिविटी : स्टेशन से 10 वार्ड और दो ग्राम पंचायतों के दो लाख लोग सीधे हाइवे से कनेक्ट हो जाएंगे। शहर के वार्डों में रमण मंदिर, राजीव गांधी, रानी लक्ष्मी बाई (देवेंद्रनगर), महात्मा गांधी (देवेंद्रनगर-पंडरी), गुरु गोविंद सिंह (पंडरी), शंकरनगर, कालीमाता, वीरनारायण सिंह (तेलीबांधा), पं. रविशंकर शुक्ल और लाल बहादुर शास्त्री (राजातालाब, शांतिनगर) सीधे जुड़ेंगे। माना और केंद्री गांव को रायपुर से नई कनेक्टिविटी मिलेगी।
समय की बचत
हैवी ट्रैफिक के कारण फाफाडीह से शंकरनगर जाने में आधा घंटे से ज्यादा लगते हैं। नई सड़क से यह सफर दस मिनट से भी कम रह जाएगा। फाफाडीह-देवेंद्रनगर होते हुए लोग 10 वार्डों तक 10 से 20 मिनट में पहुंचेंगे।
जाम से मुक्ति
फाफाडीह, देवेंद्रनगर, पंडरी, मोवा, शक्तिनगर, शंकरनगर, मरीन ड्राइव रोड, तेलीबांधा और माना की ओर जाने वाली सड़कों पर दिन में कई बार जाम लगता है। इनका ट्रैफिक एक्सप्रेस हाइवे पर डायवर्ट होगा तो यहां जाम खत्म होगा।
अर्थशास्त्र में बदलाव ऐसे
प्रापर्टी होगी कीमती : सरकारी यानी कलेक्टर गाइडलाइन रेट मुख्य मार्गों की प्रापर्टी का अधिक और भीतर का काम रहता है। यह फर्क लगभग दोगुना तक है। एक्सप्रेस हाईवे जहां से गुजरेगा, अंदरूनी मकान सड़क पर आएंगे। इससे प्रापर्टी रेट 40 फीसदी तक बढ़ेगा।
कीमती होगी ऐसे
जैसे, फाफाडीह में सड़क से 20 मीटर भीतर जमीन का सरकारी रेट 2500 रुपए वर्गफीट है। बिलासपुर रोड पर यही रेट 8550 रुपए है। एक्सप्रेस हाइवे से भीतर के मकान सड़क पर आ जाएंगे और रेट बढ़ेगा। सभी जगह ऐसा ही होगा।
बनेंगे नए बाजार
घने शहर में छोटी लाइन के किनारे का क्षेत्र आवासीय-कामर्शियल मिश्रित है। सड़क बनते ही इसके किनारे का पूरा एरिया कामर्शियल हो जाएगा। इससे साफ तौर पर नए बाजार डेवलप होंगे। किनारे वालों को इसका जबर्दस्त लाभ मिलेगा।
सौ फीट चौड़े एक्सप्रेस-वे के लिए 87 हेक्टेयर अर्थात लगभग 217 एकड़ जमीन लगेगी। रेलवे ने जमीन की कीमत 175 करोड़ लगाई है, लेकिन सरकार 132 करोड़ पर तैयार है। मुख्यमंत्री और रेलमंत्री की बैठक में इसका रास्ता निकल जाएगा। पूरी सड़क रेलवे की जमीन पर बन जाएगी।
रायपुर से केंद्री तक रेलवे की जमीन पर बनने वाली सड़क पर राज्य सरकार एक किमी पर करीब 12 करोड़ खर्च करेगी। दरअसल राज्य सरकार के आला अफसरों ने सीएम को बताया कि पहले मेट्रो चलाने के लिए जो योजना तैयार की गई थी उसमें एक किमी में 2500 करोड़ का खर्च आ रहा था। इस वजह से वह योजना महंगी हो गई थी। ऐसे में इस सड़क पर खर्च कम होने की वजह से ये आसानी से पूरा हो सकता है और इससे लाखों लोगों को सीधी राहत मिलेगी। बड़े फायदे की बात पर ही इस योजना को मुख्यमंत्री की मंजूरी मिल पाई।
एक्सप्रेस हाइवे के साथ ही राजधानी से धमतरी तक छोटी लाइन की ट्रेनें बंद हो जाएगी। अभी ट्रेनें तेलीबांधा से धमतरी व अभनपुर तक चल रही हैं। रेलवे अफसरों ने बताया कि नेरोगेज की ट्रेनें लगातार घाटे में चल रही हैं, इसलिए सड़क का काम शुरू होते ही इसे बंद कर दिया जाएगा।
केंद्री से अभनपुर, राजिम और धमतरी तक 67 किमी बची हुई छोटी लाइन को रेलवे ब्राड गेज में बदल रहा है। रेलवे को इस काम में 582 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है। शनिवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने इसका टेंडर कर दिया। इसके पहले, 7 नवंबर को पात्र ठेकेदारों की बैठक होगी।
रायपुर स्टेशन से केंद्री एक्सप्रेस हाइवे फाफाडीह, देवेंद्र नगर, पंडरी, राजातालाब, शंकर नगर और तेलीबांधा में वार्डों की सड़कों को क्रास करेगा। शदाणी दरबार के पास एनएच-30 से भी गुजरेगा। सभी क्रासिंग पर 30 से 50 मीटर के ओवरब्रिज और तीन अंडरब्रिज बनेंगे, ताकि पूरी रोड बैरियर-फ्री रहे।
कनेक्टिविटी : स्टेशन से 10 वार्ड और दो ग्राम पंचायतों के दो लाख लोग सीधे हाइवे से कनेक्ट हो जाएंगे। शहर के वार्डों में रमण मंदिर, राजीव गांधी, रानी लक्ष्मी बाई (देवेंद्रनगर), महात्मा गांधी (देवेंद्रनगर-पंडरी), गुरु गोविंद सिंह (पंडरी), शंकरनगर, कालीमाता, वीरनारायण सिंह (तेलीबांधा), पं. रविशंकर शुक्ल और लाल बहादुर शास्त्री (राजातालाब, शांतिनगर) सीधे जुड़ेंगे। माना और केंद्री गांव को रायपुर से नई कनेक्टिविटी मिलेगी।
हैवी ट्रैफिक के कारण फाफाडीह से शंकरनगर जाने में आधा घंटे से ज्यादा लगते हैं। नई सड़क से यह सफर दस मिनट से भी कम रह जाएगा। फाफाडीह-देवेंद्रनगर होते हुए लोग 10 वार्डों तक 10 से 20 मिनट में पहुंचेंगे।
फाफाडीह, देवेंद्रनगर, पंडरी, मोवा, शक्तिनगर, शंकरनगर, मरीन ड्राइव रोड, तेलीबांधा और माना की ओर जाने वाली सड़कों पर दिन में कई बार जाम लगता है। इनका ट्रैफिक एक्सप्रेस हाइवे पर डायवर्ट होगा तो यहां जाम खत्म होगा।
जैसे, फाफाडीह में सड़क से 20 मीटर भीतर जमीन का सरकारी रेट 2500 रुपए वर्गफीट है। बिलासपुर रोड पर यही रेट 8550 रुपए है। एक्सप्रेस हाइवे से भीतर के मकान सड़क पर आ जाएंगे और रेट बढ़ेगा। सभी जगह ऐसा ही होगा।
घने शहर में छोटी लाइन के किनारे का क्षेत्र आवासीय-कामर्शियल मिश्रित है। सड़क बनते ही इसके किनारे का पूरा एरिया कामर्शियल हो जाएगा। इससे साफ तौर पर नए बाजार डेवलप होंगे। किनारे वालों को इसका जबर्दस्त लाभ मिलेगा।