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पति ने फोन पर कहा- तलाक..तलाक..तलाक, पत्नी हेल्प लाइन पहुंची, हुआ समझौता

पूर्णिया.जहां एक तरफ पूरे देश में तीन तलाक को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, वही पूर्णिया जिला भी तीन तलाक के मामले से अछूता नहीं है। हाल के दिनों में तीन तलाक से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। सोमवार को महिला हेल्पलाइन में ऐसे ही एक मामले की सुनवाई हुई, जहां एक महिला को उसके पति ने दिल्ली से फोन पर तलाक दे दिया। बाद में जब मामले में काउंसिलिंग की गई तो उसके पति को अपनी गलती का अहसास हुआ और वह अपनी पत्नी और बच्चों को साथ ले जाने के लिए राजी हो गया।
पति ने फोन पर कहा- तलाक..तलाक..तलाक, पत्नी हेल्प लाइन पहुंची, हुआ समझौता
 
के. नगर के झुन्नी इस्ताम्बरार की रहने वाली चांदनी (काल्पनिक नाम) के जिंदगी में उस समय भूचाल आ गया जब पति उसे एक फोन पर तलाक दे दिया। बताया जाता है कि 9 साल पहले हुई शादी में उसके पिता ने मेहर की रकम के साथ-साथ काफी सामान दिया था। शादी के कुछ समय तक सब ठीक-ठाक रहा, फिर पति कमाने दिल्ली चला गया। उनका दिल्ली से आना- जाना जारी रहा। इस बीच वह दो बच्चे की मां बन गई। शादी के सात साल बाद अब धीरे-धीरे चांदनी के ससुराल वालों ने फिर पैसे की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित करने लगा। एक सप्ताह पहले उसके पति ने कहा- मैं तुम्हें तलाक देता हूं। इसके बाद वह शिकायत लेकर महिला हेल्पलाइन आई।

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सोमवार को महिला हेल्पलाइन ने इसकी सुनवाई करते हुए चांदनी व उसके ससुराल वालों की काउंसिलिंग की। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह का प्रस्ताव रखते हुए ससुराल वाले उसे अपनाने के लिए राजी हो गए। यह सिर्फ चांदनी की कहानी नहीं है। हाल के दिनों में महिला हेल्पलाइन में तीन तलाक से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। पिछले साल महिला हेल्पलाइन में 16 केस दर्ज किए गए। महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक अनीता कुमारी बताती हैं कि हाल के दिनों में तलाक के कई मामले सामने आए हैं। पहले तलाक जैसे मामले में मुस्लिम महिलाएं कानूनी कदम उठाने के लिए महिला हेल्पलाइन आती थी, लेकिन अब महिलाएं अपने भरण-पोषण और न्याय के लिए सामने आ रही हैं।
 
महिला हेल्प लाइन में आए तलाक के मामले की सुनवाई में मुस्लिम महिलाओं ने बयां किए दर्द
केस:1
कटिहार की रहने वाली जिन्न्त ( काल्पनिक नाम) की शादी पूर्णिया के केहाट थाना क्षेत्र के आशियाना कॉलोनी में 2011 में बड़े धूमधाम से हुई थी। लेकिन ससुराल में कदम रखने के साथ ही ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित करते हुए उसे पति के पास जाने से रोक दिया। फिर ससुराल वालों ने गाड़ी की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित करना शुरू किया। बेटी की खुशी के लिए पिता ने ससुराल वालों की मांग पूरी करने के लिए 3 लाख का इंतजाम कर गाड़ी खरीदने के लिए दिया। लेकिन अब भी ससुराल वालों ने प्रताड़ित करना बंद नहीं किया। मामला महिला हेल्पलाइन पहुंचा तो पति ने अपने बयान में कहा- मैंने तलाक दे दिया है और अब इसे अपने साथ नहीं रखूंगा। मामला के कोर्ट में जाने के बाद आपसी समझौता के तहत जिन्न्त के ससुराल वालों ने पैसा वापस करने को हामी भरी है।
 
केस:2-
5 साल पहले डगरुआ की रहने वाली आरजू परवीन (काल्पनिक नाम) की शादी डगरूआ में ही हुई थी। शादी के बाद कुछ दिनों तक मामला ठीक-ठाक चला। बाद में आरजू के पति और ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इस बीच आरजू तीन बेटियों की मां भी बनी। हरेक बार बेटियों को जन्म देने की वजह से आरजू के साथ मारपीट और बढ़ गई। पिछले साल आरजू ने जब मामले की शिकायत महिला हेल्पलाइन से की तब आरजू के पति उसे तलाक देकर छोटी बेटी के साथ घर से निकाल दिया, जबकि दो बेटियों को अपने पास रख लिया। वहीं, इस बीच आरजू के पति उसे बिना बताए दूसरी शादी भी कर ली।
 
केस:3-
गुडी कसबा की रहने वाली फातिमा (काल्पनिक नाम) की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। 12 साल पहले फातिमा का निकाह हुआ था। शादी के 2 साल बाद तक फातिमा आराम से अपने ससुराल में रह रही थी। लेकिन, एकाएक उसके पति के व्यवहार में परिवर्तन आना शुरू हो गया। एक दिन अचानक वह फातिमा के साथ मारपीट शुरू कर दिया। पहले तो फातिमा को लगा- सब ठीक हो जाएगा, लेकिन धीरे-धीरे उसके ससुराल वाले उसे ज्यादा प्रताड़ित करने लगे। बाद में उसके पति ने दूसरी शादी कर ली और फातिमा को घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद फातिमा ने मामले की शियाकत महिला हेल्पलाइन में की। जहां फातिमा के पति ने बताया- उसने फातिमा को तलाक दे दिया है और अब वह उसका गुजर- बसर नहीं करेगा।

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